बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर परेश रावल अपनी एक्टिंग के अलावा बेबाक बातों के लिए भी जाने जाते हैं. हाल ही में एक्टर ने इंडस्ट्री के सबसे विवादास्पद टॉपिक अवॉर्ड लॉबिंग पर खुलकर बात की.परेश रावल ने न सिर्फ भारतीय अवॉर्ड बल्कि दुनिया के सबसे सर्वश्रेष्ठ ऑस्कर अवॉर्ड को लेकर भी अपने विचार शेयर किए.
क्या कहा परेश रावल?
कंटेंट क्रिएटर और यूट्यूबर राज शमानी को दिए इंटरव्यू में परेश रावल ने अवॉर्ड पर अपने विचार शेयर किए. परेश रावल ने कहा, 'मुझे पुरस्कारों के बारे में ज्यादा पता नहीं है. एक बात मैं ये भी कहना चाहूंगा, राष्ट्रीय पुरस्कार में थोड़ा बहुत (लॉबिंग) होता होगा. लेकिन बाकी पुरस्कारों में जितना होता है, उतना नहीं. बाकी पुरस्कारों की बात करने से कोई फर्क नहीं पड़ता. राष्ट्रीय पुरस्कार से राष्ट्रीय पुरस्कार है, इसकी प्रतिष्ठा है.'
एक्टर ने आगे कहा, 'लॉबिंग बड़े पैमाने पर होती है. ऑस्कर पुरस्कारों में भी लॉबिंग होती है.' उन्होंने आगे विस्तार से बताया कि यह कैसे होता है, 'हां भैया, राज की फिल्म है. चलो जितने अकादमी के सदस्य हैं, उन सबको मोबिलाइज किया जाता है."
कौन सा अवॉर्ड बेस्ट है?
अवॉर्ड को लेकर परेश रावल ने कहा, 'उनके लिए असली पहचान एक अलग सोर्स से आती है. अवॉर्ड खुद एक स्वीकृति है बिरादरी से. लेकिन मेरे लिए बिरादरी कौन है? डायरेक्टर. जब डायरेक्टर कट बोलता है, जब राइटर कहता है कि वो मेरे काम से खुश है, तब मेरा पुरस्कार मिलता है. वहां मेरी ड्राइव, मेरी इच्छा, सब कुछ रुक जाता है. मैं उसे आगे नहीं देखना चाहता.'
परेश रावल ने कहा, 'मेरे काम को मेरे डायरेक्टर और लेखक से बेहतर कोई नहीं समझता है. जब वे मेरी सराहना करते हैं, तो बात वहीं खत्म हो जाती है और अगर कुछ लोग जिनका मैं वास्तव में सम्मान करता हूं, वे भी मेरे काम को स्वीकार करते हैं, तो यह सबसे ऊपर की बात है.
परेश रावल को मिला है नेशनल अवॉर्ड
बता दें कि हाल ही में परेश रावल की नई फिल्म 'द ताज स्टोरी' रिलीज हुई है. इसके अलावा कई बड़ी फिल्मों की शूटिंग में वो बिजी चल रहे हैं. जिसमें हेरा फेरी 3 भी शामिल हैं. परेश रावल ने 240 से अधिक फिल्मों में अलग-अलग रोल किया है. उन्होंने साल 1994 में 'वो छोकरी' और 'सर' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता हैं.