इंडिया के सबसे दमदार एक्टर्स में से एक मनोज बाजपेयी की 100वीं फिल्म 'भैयाजी' हाल ही में थिएटर्स में रिलीज हुई है. एक एक्टर के करियर में आने वाला ये बड़ा माइलस्टोन पार कर चुके मनोज, इंडस्ट्री के सबसे बिजी एक्टर्स में से एक हैं.
इस साल 'भैयाजी' से पहले उनकी वेब सीरीज 'किलर सूप' रिलीज हुई थी. अब मनोज ने एक इंटरव्यू में अपनी लाइफ के दिलचस्प पहलू रिवील करते हुए बताया कि बिजी शिड्यूल के चलते उन्हें ग्रॉसरी खरीदने का मौका कम ही मिलता है. मगर वो जब भी जाते हैं, उन्हें सब्जी वालों से डांट पड़ जाती है.
नहीं चलती मनोज की बारगेनिंग
जो सामान खरीदने में बारगेनिंग न करता हो उसके तो लोग हिंदुस्तानी होने पर शक करने लगते हैं! ऐसे में मनोज भी भला कहां पीछे रहने वाले हैं. मगर अब उन्होंने बताया है कि उन्हें मोलभाव करने के लिए काफी कुछ झेलना पड़ता है. मैशेबल इंडिया के साथ एक इंटरव्यू में मनोज ने बताया कि सब्जी वाले उन्हें ये कहते हुए बारगेनिंग करने पर डांट देते हैं कि उनके जैसे बड़े आदमी को ये शोभा नहीं देता.
जब मनोज से पूछा गया कि क्या वो सब्जी खरीदते हुए मोल-भाव करते हैं? तो उन्होंने बताया, 'अब डांट देते हैं सब्जी वाले मुझे- 'ये अच्छा नहीं लग रहा सर.' फिर मैं उन्हें कहता हूं कि मैं तो बस प्रैक्टिस कर रहा हूं! मेरी बीवी (शबाना) ऐसे बिहेव करती है जैसे मुझे जानती ही नहीं. उसे बारगेनिंग करना नहीं पसंद.'
कपड़े का झोला लेकर ग्रॉसरी लेने जाते हैं मनोज
मनोज ने आगे बताया कि उन्होंने और उनकी पत्नी ने एक सस्टेनेबल लाइफस्टाइल अपनाया है. वो ग्रॉसरी शॉपिंग के लिए प्लास्टिक की जगह कपड़े का बैग ले जाते हैं. उन्होंने कहा कि वो जिस भी शहर में जाते हैं, उनकी पत्नी को वहां सेकंड हैण्ड चीजें बेचने वाली दुकानों पर जाना पसंद है.
मनोज ने बताया, 'हमारे पास कपड़े के बहुत सारे बैग्स हैं जिन्हें हम ग्रॉसरी खरीदने लेकर जाते हैं. मेरी वाइफ को थ्रिफ्टिंग (सेकंड हैंड वाली दुकानों में जाना) बहुत पसंद है. जब हम अमेरिका जाते हैं, तो वो खरीदें या नहीं, लेकिन उहें थ्रिफ्ट स्टोर जरूर जाना होता है. ये मेरी जॉब होती है कि मैं शबाना के लिए ज्यादा से ज्यादा थ्रिफ्ट स्टोर्स खोजूं.'
'गैंग्स ऑफ वासेपुर' स्टार मनोज की फिल्म 'भैयाजी' बीते शुक्रवार थिएटर्स में रिलीज हुई है. इस देसी एक्शन फिल्म में मनोज ने अपने 98% स्टंट खुद परफॉर्म किए हैं.