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महिलाओं को क्यों उम्र बताकर करते हैं शर्म‍िंदा, इंडस्ट्री में होता है भेदभाव, बोलीं मनीषा कोइराला

बॉलीवुड एक्ट्रेस मनीषा कोइराला ने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी हैं. हाल ही में, एक इंटरव्यू मनीषा कोइराला ने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में बढ़ती उम्र के कारण महिलाओं से होने वाली भेदभाव पर खुलकर बात की है.

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 मनीषा कोइराला
मनीषा कोइराला

90 के दशक में अपनी दमदार अदाकारी से हर किसी को अपना दीवाना बनाने वाली मनीषा कोइराला ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. उन्होंने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी हैं. उन्हें हाल ही में, संजय लीला भंसाली की हीरामंडी में मल्लि‍काजान के रोल में देखा गया था. 54 साल की मनीषा कोइराला ने एक इंटरव्यू में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में बढ़ती उम्र के कारण महिलाओं को होने वाली समस्याओं पर खुलकर बात की है.

फिल्म इंडस्ट्री में होता है भेदभाव

एक इंटरव्यू में मनीषा कोइराला कहती हैं, 'चाहे वो फिल्म इंडस्ट्री हो या फिर कोई अन्य जगह, उम्र बढ़ना महिलाओं के लिए एक मुद्दा है. हमें अपनी बढ़ती उम्र पर शर्मिंदा होना पड़ता है. मैंने किसी ट्रोल्स को किसी पुरुष को यह कहते हुए नहीं सुना कि वह बूढ़ा हो गया है. लेकिन बहुत सारी महिलाओं को ट्रोल किया जाता है. बढ़ती उम्र का असर महिलाओं पर पुरुषों की तुलना में ज्यादा होता है. मुझे कई राउंड टेबल कन्वर्सेशन से साइडलाइन कर दिया जाता है और इसके पीछे का कारण बताते हुए कहा जाता है कि 'ओह, यह सर्टेन एज ग्रुप के बारे में था'.

फिर मैंने पूछा, 'अगर हमारे साथ के पुरुष कलीग भी उसी एज ग्रुप के होते, या फिर उससे ज्यादा के होते तो क्या वो अच्छा काम करते? क्या उन्हें इस राउंड टेबल कन्वर्सेशन से अलग रखा जाता. सच ये है कि ऐसा नहीं होता. मैंने कम से कम दो से तीन राउंड टेबल कन्वर्सेशन में देखा है. बढ़ती उम्र के कारण मुझे साइडलाइन कर दिया जाता है. इसका हम पर काफी असर पड़ता है. वो अधिक उम्र के एक्टर को नहीं रखना चाहते हैं, लेकिन ज्यादा उम्र की एक्ट्रेस को तो बिल्कुल ही नहीं रखना चाहते.

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50 के बाद भी एक्ट्रेस दमदार रोल कर सकती हैं

आगे मनीषा कोइराला कहती हैं, 'हमें ये मिथक तोड़ना होगा की 50 के बाद एक्ट्रेस काम नहीं कर सकती. 50 के बाद भी एक्ट्रेस अच्छा काम कर सकती है. हम अब भी एक अच्छी जिंदगी जी सकते हैं. हम अब भी बेहद खुश और एक हेल्दी लाइफ जी सकते हैं. मैं जब तक जीवित हूं, मैं काम करना चाहता हूं और स्वस्थ रहना चाहती हूं. मैं अच्छा दिखना चाहता हूं... यही मेरा मोटो है.

बहुत से लोग कहते हैं बूढ़ी हो गई है, वह किस तरह का काम कर सकती है?' या फिर उन्हें कोई मां या बहन का रोल दे सकते हैं.' लेकिन महिलाएं भी दमदार रोल कर सकती हैं. वह हर तरह के चैलेंज से लड़ सकती है, दुश्मनों का सामना कर सकती हैं. मुझसे पहले भी कई एक्ट्रेस ने ऐसा किया है और मैं भी ऐसा करना चाहती हूं.

'एज इज जस्ट ए नंबर'

मुझमें कुछ करने की इच्छा है. मुझमें काम करने की लगन है. मैं एक कलाकार के तौर पर आगे बढ़ना चाहती हूं और एज इज जस्ट ए नंबर. 50 की उम्र मुझे काम करने से नहीं रोक सकता. उम्र के कारण किसी को भी नहीं रोकना चाहिए. जब उनसे पूछा गया कि बॉलीवुड में महिलाओं के लिए सबसे बड़ी बाधाएं क्या हैं, तब मनीषा कोइराला कहती हैं, "सबसे पहले, आगे बढ़ना सबसे बड़ी बात है. लेकिन इसके साथ ही आपको अपना बेस्ट भी देना होगा. किसी भी प्रोफेशन में उतार-चढाव आते रहते हैं. उनमें ही हमें अपना बेस्ट देना होगा.

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मनीषा कोइराला को आखिरी बार संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज 'हीरामंडी' में दिखीं थीं. इस सीरीज में उनके किरदार और दमदार एक्टिंग को काफी पसंद किया गया था. इसमें मनीषा कोइराला के अलावा रिचा चड्ढा, शरमिन सेगल, संजीदा शेख, अदिति राव हैदरी भी लीड रोल में थी.

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