बॉलीवुड एक्ट्रेस लारा दत्ता इन दिनों अपने नए शो 'रणनीति: बालाकोट एंड बियॉन्ड' की कामयाबी एन्जॉय कर रही हैं. 2000s के शुरूआती सालों में इंडस्ट्री की सबसे पॉपुलर एक्ट्रेसेज में से एक रहीं लारा इन दिनों नितेश तिवारी की 'रामायण' के लिए शूट कर रही हैं. रिपोर्ट्स बताती हैं कि लारा 'रामायण' में कैकेयी का रोल कर रही हैं.
अब लारा ने एक नई बातचीत में, इंडस्ट्री में फीस को लेकर हीरो और हीरोईनों के बीच भेदभाव पर खुलकर बात की है. लारा ने बताया कि इंडस्ट्री में फीस को लेकर चलने वाला ये भेदभाव एक पुरानी समस्या है. उन्होंने कहा कि जो बहुत लकी लीड एक्ट्रेस भी है उसे, अपने साथी मेल हीरो के मुकाबले बहुत कम फीस मिलती है.
फीस के भेदभाव पर बोलीं लारा
इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक ताजा बातचीत में लारा दत्ता ने कहा कि सिनेमा में एक महिला के तौर पर बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, मगर इसमें सबसे बड़ी है फीस का भेदभाव. लारा ने कहा, 'हम इंडस्ट्री में अपने पुरुष साथियों से ज्यादा नहीं तो उनके बराबर तो मेहनत करते ही हैं. लेकिन अधिकतर महिलाओं को, अगर वो लकी हैं तो, मेल एक्टर की फीस का दसवां हिस्सा ही फीस में मिलता है.'
आज एक्टर्स पर अच्छा दिखने का दबाव
आगे बात करते हुए लारा ने बताया कि 'ब्यूटी स्टैंडर्ड्स' जैसी बहुत सी चीजें बदली भी हैं, जिनसे एक्ट्रेसेज का करियर लंबा हो गया है. लारा ने कहा, 'ये सब अब प्रोसेस में आ गया है और इस बदलाव को लाने में बहुत सारी महिलाओं का हाथ है.' लारा ने ये भी कहा कि पहले 30 साल उम्र होने पर लोगों को लगता था कि एक्ट्रेस का करियर खत्म हो गया है और अब उन्हें सेटल हो जाना चाहिए.
उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए बताया, 'मुझे कभी इस चीज का सामना नहीं करना पड़ा. मैं अपने 40s में हूं और मैंने कभी काम करना नहीं छोड़ा.' लारा ने कहा कि 2003 मने जब उन्होंने डेब्यू किया था तब सेलेब्रिटी होना सिंपल तो था मगर इसमें तामझाम बहुत थे. उन्होंने कहा, 'ढेर सारे कॉर्पोरेट्स और स्टूडियोज के आने से प्रोफेशनलिज्म आया है और अब चीजें बहुत स्ट्रीमलाइन हो गई हैं.'
लारा ने ये भी कहा कि आज एक्टर्स पर एक खास तरीके से अच्छा दिखने का दबाव बहुत है. लेकिन 21 साल पहले जब वो आई थीं तब लोग बस अपना काम करते थे और आगे बढ़ जाते थे. नितेश तिवारी की 'रामायण' के अलावा लारा, अक्षय कुमार की आने वाली फिल्म 'वेलकम टू द जंगल' में भी नजर आएंगी.