दिलजीत दोसांझ सिर्फ पंजाब या भारत के ही चहेते कलाकार नहीं हैं. विदेशों में उनके शोज की सोल्ड आउट टिकटें इस बात की गवाही देती हैं कि उनके फैन्स दुनिया भर में भरे हुए हैं. खुद को 'अर्बन पेंडू' (Urban Pendu) यानी शहरी देहाती कहने वाले दिलजीत, दुनिया के सबसे महंगे स्नीकर्स के शौकीन हैं. अपने फैशन के लिए मशहूर दिलजीत के कलेक्शन में आपको दुनिया के सबसे महंगे ब्रांड्स (Prada, Balenciaga, Versace वगैरह) मिल जाएंगे. मगर स्टेज पर दिलजीत की परफॉरमेंस, लोगों के साथ बर्ताव और उनके संगीत में अपनी पहचान का गर्व साफ झलकता है.
दिलजीत को आप इंटरव्यूज में बहुत हंसता-बोलता शख्स पायेंगे. लेकिन अपनी सिख पहचान की बात करते हुए आपको उनमें एक अलग रुआब नजर आएगा. आम तौर पर अपनी बातचीत में हंसमुख नजर आने वाले दिलजीत, सिख समुदाय की पहचान को लेकर एक इंटरव्यू में रो भी पड़े थे.
दिलजीत को याद आया 9/11 के बाद का माहौल
सिखों ने भी दुनिया में अपने हिस्से का संघर्ष खूब देखा है. ऐसा ही एक दौर अमेरिका में 9/11 के भयानक आतंकी हमले के बाद भी चला. सिख समुदाय के लोगों को कई जगहों पर उनके अपीयरेंस की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. कुछेक जगह तो सिर्फ अपीयरेंस की वजह से सिख व्यक्ति पर हमले की भी खबरें आईं.
दिलजीत एक बार एक यूट्यूब चैनल के साथ बातचीत कर रहे थे. विदेश में रहकर भी अपने अच्छे काम से दुनिया में सिख समुदाय की पहचान मजबूत कर रहे लोगों पर बात करते हुए दिलजीत ने कहा, 'ईश्वर हमारे सारे भाइयों पर बहुत कृपा करे और सब खूब तरक्की करे. हाल ही में पीछे इंग्लैंड में एक आर्टिस्ट एरियाना ग्रांडे के कॉन्सर्ट में ब्लास्ट हुआ, एक सरदार जी ने सारी रात लोगों के लिए फ्री टैक्सी चलाई. वो बात मेरा दिल छू गई. जैसे हमें दर्शाया गया है. हम वैसे नहीं हैं.' ये बात कहकर दिलजीत इंटरव्यू में ही खूब रोए.
कामयाबी के लिए दिलजीत ने कैसे बनाया प्लान?
अपने आउटलुक में दिलजीत बहुत स्टाइलिश, फैशनेबल और इंटरनेशनल हैं. लेकिन अंदर से वो एकदम देसी हैं. एक दूसरे इंटरव्यू में दिलजीत ने कहा कि लोग आर्टिस्ट को एक खास तरह से देखना पसंद करते हैं और उनकी पर्सनालिटी का जो 'अर्बन' साइड है, वो सब फेक है. असल में वो देसी ही हैं.
जब उनसे पूछा गया कि क्या वो कभी बैठकर खुद को मिल रहे प्यार के बारे में सोचते हैं, और ये सब सोचते हैं कि उन्हें लोग इतना पसंद क्यों कर रहे हैं? तो दिलजीत ने कहा कि वो बचपन में 9-10 साल की उम्र से ही मशहूर होना चाहते थे. उन्होंने कहा, 'मैं सोचता था जब छोटा था, कि ऐसा दिन आए जब मैं किसी को न जानता हूं, सब मुझे जानते हों.' जब उनसे पूछा गया कि क्या वो कभी अपनी कामयाबी के लिए प्लान करते हैं? तो उन्होंने कहा कि उनके पास ज्यादा कुछ तो नहीं, लेकिन एक आखिरी प्लान जरूर है.
दिलजीत का आखिरी प्लान
दिलजीत के करियर का आखिरी प्लान भी उनकी सिख पहचान से जुड़ा है. अपना प्लान बताते हुए दिलजीत ने कहा, '60s में जा कर मैं अमृत चखूंगा, मैं प्रॉपर सिख नहीं हूं. और फिर मैं हॉलीवुड मूवीज में काम करूंगा. और मेरी दाढ़ी होगी बड़ी सारी, कृपाण होगी, और सब देखेंगे कि एक सरदार जी आते हैं हॉलीवुड मूवीज में!'
दिलजीत को एक समय किसी ने ये कहा था कि आप पगड़ी पहनते हो तो बॉलीवुड फिल्मों में आपका चलना मुश्किल है. 'उड़ता पंजाब' 'सूरमा' और 'जोगी' जैसी फिल्मों में अपनी दमदार परफॉरमेंस से क्रिटिक्स और जनता का खूब दिल जीता है. हमारी दुआ है, कि उनकी सरदार की पहचान एक दिन हॉलीवुड पर भी जादू करे.