फिल्म 'निशांची' रिलीज हो चुकी है. थियटर्स में आप इसे देखने भी जा सकते हैं. फिल्म को अनुराग कश्यप ने बनाया है. हम सभी को पता है कि अनुराग, कभी भी अपने शब्दों को मिक्स नहीं करते हैं. उन्हें जो भी कहना होता है, खुले विचार रखते हुए कहते हैं. वो भी बिना किसी डर के.
अनुराग ने रखी अपनी राय
इस बार अनुराग ने बॉलीवुड इंडस्ट्री की पोल खोली है. बताया है कि ये इंडस्ट्री काफी 'टॉक्सिक' है. यहां कोई किसी का साथ नहीं देता, न ही कोई सगा है. जूम संग बातचीत में अनुराग ने कहा- कोई इस इंडस्ट्री में किसी के लिए खड़ा नहीं होता. जो लोग मुझे जानते हैं, वो बताएंगे. आप सबके लिए खड़े होते हो, लेकिन कोई आपके लिए खड़ा नहीं होता. मैं इस बात को आत्मविश्वास के साथ कह सकता हूं कि इस इंडस्ट्री में कोई अपना नहीं. न ही कोई किसी के साथ खड़ा हो सकता है.
अनुराग ने फिल्ममेकर शूजित सिरकार दिबाकर बनर्जी का उदाहरण दिया. दोनों ही मुंबई में नहीं रहते. पर तब भी फिल्में बना रहे हैं. लोकेशन और पर्सनल इनसिक्योरिटी कभी भी किसी को काम करने से नहीं रोक सकती. जो असली क्रिएटर्स होते हैं वो कहीं भी रहकर काम कर लेते हैं. मैं एक सिक्योर फिल्ममेकर हूं जो स्टोरी पर ज्यादा फोकस करता है. न कि इंडस्ट्री में होने वाली पॉलिटिक्स में.
अनुराग ने नए टैलेंट को भी अपना सपोर्ट दिखाया है. AI का इस्तेमाल करके कई फिल्में बनाई जा रही हैं. इसपर अनुराग ने अपनी राय रखी. कहा कि लोग AI का इस्तेमाल करके भले ही फिल्में बना रहे हों, लेकिन आप ये सोच लें कि आप एक आर्टिस्ट की कम्यूनिटी को रीप्रीजेंट कर रहे हो.
AI से फिल्में बनाना क्या आपको गलत नहीं लगता? इसका इस्तेमाल सिनेमा में होना चाहिए, लेकिन इतना ज्यादा नहीं कि आप खुद की ही एक पहचान को खो दें. अगर आप खुद फिल्म नहीं बना रहे हैं और सारा काम AI से करवा रहे हैं तो क्या आप कायर नहीं कहलाए जाएंगे?