इंडस्ट्री में कई एक्टर्स हैं जिन्होंने सालों के स्ट्रगल के बाद भी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपनी पहचान नहीं बनाई है. इसमें मॉडल और एक्टर मुजम्मिल इब्राहिम भी शामिल हैं. वो 13 साल से इंडस्ट्री में हैं. लेकिन अभी तक सक्सेस उन्हें नहीं मिली है. अब 5 साल के लंबे गैप के बाद मुजम्मिल स्क्रीन पर वापसी कर रहे हैं. वो स्पेशल ऑप्स सीजन 2 में नजर आएंगे. ये सीरीज 18 जुलाई को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम होगी.
मुजम्मिल का नहीं चला एक्टिंग करियर
मुजम्मिल शो के पहले सीजन में भी नजर आए थे. अविनाश के रोल में उन्होंने अच्छा काम किया था. 2020 के बाद से वो किसी शो या फिल्म में नहीं दिखे. अब 5 साल बाद अपनी वापसी को लेकर वो फैंस के बीच छाए हुए हैं. एक्टर ने मॉडलिंग की दुनिया से इंडस्ट्री में कदम रखा था. इस फील्ड में वो अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुए थे. लेकिन बॉलीवुड में नहीं चल पाए. कश्मीर में जन्में मुजम्मिल ने 2003 में ग्लैडरैग्स मैनहंट और मेगामॉडल प्रतियोगिता जीती थी. एकेडमिक की बात करें तो, उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. 2004 में वो फैमिली के साथ मुंबई में शिफ्ट हुए थे.
मुजम्मिल का कमबैक
वो राखी सावंत के साथ म्यूजिक वीडियो 'परदेसिया' में दिखे थे. इसके अलावा को 'कभी ऐसा लगता है' म्यूजिक वीडियो में भी काम कर चुके हैं. मुजम्मिल ने 2007 में आई फिल्म धोखा से एक्टिंग डेब्यू किया था. उनकी एक्टिंग को प्रॉमिसिंग बताया गया था. लेकिन आगे उनका करियर खास नहीं चला. मुजम्मिल ने हॉर्न ओके प्लीज, विल यू मैरी मी? में भी काम किया है. 13 साल के करियर में वो 3 फिल्मों में दिखे और ये तीनों ही नहीं चलीं. लंबे गैप के बाद लौटे मुजम्मिल के लिए स्पेशल ऑप्स 2 क्या गेम चेंजर साबित होगी, सीरीज स्ट्रीम होने के बाद ही मालूम पड़ेगा.
डेयरिंग हैं मुजम्मिल
बीते दिनों मुजम्मिल अपने ने एक पॉडकास्ट में दीपिका पादुकोण संग रिलेशन में रहने का खुलासा किया था. इससे पहले वो पर्सनल लाइफ को लेकर सीक्रेटिव ही रहे हैं. इंस्टा पर मुजम्मिल एक्टिव रहते हैं. फैंस उनकी फिजीक और चार्मिंग पर्सनैलिटी के कायल रहते हैं. मुजम्मिल रियल लाइफ में डेयरिंग भी हैं. 1994 में जब वो 8 साल के थे, उन्होंने अपने स्कूलमेट को डूबने से बचाया था. इसके लिए उन्हें जीवन रक्षक पदक भी मिला था. फिर 2008 में एक्टर को गोवा में अरब सागर में एक ब्रिटिश महिला को डूबने से बचाने के लिए गॉडफ्रे फिलिप्स बहादुरी पुरस्कार मिला था.