भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव की बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार हुई है. पहली बार उन्होंने चुनावी मैदान में कदम रखा, और छपरा सीट से अपनी पारी खेली. लेकिन उन्हें छोटी कुमारी ने जबरदस्त पटखनी मिली. खेसारी छोटी से लगभग 7 से 8 हजार वोटों से हारे. ऐसे में अब खेसारी के सुर बदल गए हैं. हार के बाद वो खुद को राजनीति की दुनिया से परे बता रहे हैं और कह रहे हैं कि वो कभी चुनाव में आना ही नहीं चाहते थे.
खेसारी का यू-टर्न!
खेसारी ने चुनाव में जीत हासिल करने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था. उन्होंने दिन-रात प्रचार किया, अपनी स्टार पावर दिखाते हुए, अपोजिशन और पवन सिंह, दिनेश लाल यादव पर कड़े प्रहार तक किए. खेसारी अपनी ही इंडस्ट्री के लोगों के बारे में बात करने तक से नहीं चूके. बावजूद इसके उन्हें शिकस्त मिली.
ऐसे में खेसारी खुद को दिल से सोचने वाला बताते हुए कन्नी काटते दिख रहे हैं. उन्होंने टीवी9 से बातचीत में अपने मन के भाव जाहिर किए. खेसारी ने कहा कि वो दिल से सोचते हैं इसलिए कभी राजनीति जैसे क्षेत्र के होकर रह ही नहीं सकते.
खेसारी बोले- मैं नेता बनना ही नहीं चाहता था. मैं शुरू से चुनाव के विरोध में था. सच पूछिए तो मैं राजनीति में आना ही नहीं चाहता था. ना ही मैं जीवन में कभी नेता बन पाऊंगा, क्योंकि मैं दिमाग से कभी सोचता ही नहीं. मेरे जीवन मैं जो भी चीजें सोचता हूं दिल से सोचता हूं. और दिल से सोचने वाले लोग ऐसी जगह पर नहीं रह सकते.
खेसारी के पीछे पड़े ट्रोल्स
खेसारी के बदले सुर लोगों को रास नहीं आ रहे हैं. यूजर्स का कहना है कि चुनाव के वक्त तो वो पत्नी चंदा को लेकर भी प्रचार कर रहे थे, अब हार गए तो कह रहे हैं- नेता बनना ही नहीं था. चुनाव प्रचार के दौरान खेसारी ने कहा था कि अगर चुनाव ना जीत कर दिखाऊं, तो मेरा नाम बदल देना, उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. यूजर्स का कहना है कि बताइए आपका क्या नाम रखें.
भावुक हो गए थे खेसारी
वैसे, खेसारी ने चुनावी रिजल्ट आने के बाद एक पोस्ट शेयर कर भी अपनी बात कही थी. वीडियो में बात करते हुए वो अपने आंसू छिपाते हुए नजर आए, उन्होंने जनता का शुक्रिया अदा किया और कहा था कि- 'मैं हमेशा से एक बेटे की तरह आप लोगों के बीच में रहना चाहता था. और रहूंगा भी. आगे भी यही प्रयास करूंगा कि बेटे की तरह आपका प्यार और स्नेह लूं. हमने प्रयास किया. मेरी टीम और मुझसे जुड़े सारे लोगों ने बहुत मेहनत की. जीत हार अपनी जगह है. मेरे दिल और जुबान पर आप लोगों के लिए हमेशा सम्मान था और रहेगा.''
खेसारी लाल कहते हैं कि- चुनाव में खड़े होना मेरे लिए बिजनेस नहीं था. इसलिए मेरे लिए हार जीत मायने नहीं रखती है. मैं बिहार के लिए एक सपना लेकर आया था. छपरा की जनता के लिए सपना देखा था. वो नहीं हुआ. कोई बात नहीं. मैं आपका बेटा हमेशा रहूंगा. जो जीते हैं उन प्रत्याशी को भी मेरी तरफ से ढेर सारी शुभकामनाएं.