Aajtak Axis My India Exit Polls 2022 Exit Poll 2022: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के असल नतीजे 10 मार्च को आने हैं. उत्तराखंड विधानसभा की 70 सीटों के लिए एक चरण में 14 फरवरी को मतदान हुआ था. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के असल नतीजों से पहले एग्जिट पोल के अनुमान आ गए हैं. आजतक एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक उत्तराखंड में बीजेपी को 36 से 46 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. बड़े अपडेट्स यहां पढ़ें...
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि 10 मार्च को जब असल चुनाव नतीजें आएंगे तो सीटें एग्जिट पोल के अनुमान से भी अधिक है. उन्होंने ये भरोसा व्यक्त किया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार प्रचंड बहुमत की सरकार बनाएगी. सीटें अनुमान से अधिक आएंगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार में विकास कार्य हुए हैं. सड़कों को लेकर कार्य कराए गए हैं. मुझे विश्वास है कि उत्तराखंड की जनता ने ये काम देखकर बीजेपी के पक्ष में मतदान किया है.
आजतक एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में ये अनुमान जताया गया है कि उत्तराखंड में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिल सकता है.

आजतक एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में उत्तराखंड का इतिहास टूटता नजर आ रहा है. उत्तराखंड में इस दफे फिर से बीजेपी सरकार बना सकती है. एग्जिट पोल के नतीजे यदि असल नतीजों में बदलते हैं तो बीजेपी को 36 से 46 और कांग्रेस को 20 से 30 सीटें मिलेंगी. बसपा को दो से चार और अन्य को भी दो से पांच सीटें मिलने के अनुमान जताए गए हैं.
आजतक एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को 44 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. कांग्रेस को 40 फीसदी वोट मिलते नजर आ रहे हैं.
आजतक और एक्सिस माय इंडिया ने उत्तराखंड के 70 विधानसभा क्षेत्रों में सैंपल कलेक्ट किए. इस एग्जिट पोल का सैंपल साइज 18049 रहा.
जन की बात के एग्जिट पोल में ये अनुमान जताया गया है कि उत्तराखंड में फिर से बीजेपी सरकार बनाएगी. बीजेपी को 32 से 41 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. कांग्रेस को 27 से 35 और आम आदमी पार्टी, बसपा को 0 से एक, अन्य को 0 से तीन सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. वीटो के मुताबिक बीजेपी को 37 सीटें मिल सकती हैं. कांग्रेस को 31, आम आदमी पार्टी को एक और अन्य को भी एक सीट मिलने का अनुमान जताया गया है.
एबीपी सी वोटर के एग्जिट पोल में उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार का अनुमान जताया गया है. एबीपी सी वोटर के एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस को 39 फीसदी वोट शेयर के साथ 32 से 38 सीटें मिल सकती हैं. बीजेपी को 41 फीसदी वोट शेयर के साथ 26 से 32, आम आदमी पार्टी को 9 फीसदी वोट शेयर के साथ 0 से दो और अन्य को 11 फीसदी वोट शेयर के साथ तीन से सात सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आने हैं. असल चुनाव नतीजों से पहले एग्जिट पोल के अनुमान आने हैं जिससे चुनाव नतीजों को लेकर तस्वीर साफ हो जाने की उम्मीद है.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे. चुनाव नतीजों के ऐलान से पहले एग्जिट पोल आज आने वाले हैं. एग्जिट पोल के अनुमान थोड़ी देर में आएंगे.
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के देहरादून पहुंचने पर हंगामा मच गया है. कैलाश विजयवर्गीय को तोड़-फोड़ की राजनीति के माहिर माना जाता है. 2016 में सूबे की सियासत में हुई उथल-पुथल के लिए भी कैलाश विजयवर्गीय को श्रेय दिया गया था. गोवा और मणिपुर में कम सीट आने के बावजूद भी बीजेपी की सरकार बनवाने के लिए भी श्रेय विजयवर्गीय को ही दिया गया था.
बीजेपी नेता मतगणना से पहले देहरादून पहुंच गए हैं. कांग्रेस ने तोड़-फोड़ में माहिर माने जाने वाले कैलाश विजयवर्गीय के देहरादून पहुंचने को लेकर हल्ला बोल दिया है तो वहीं विजयवर्गीय ने पूर्ण बहुमत का दावा किया है. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि तोड़फोड़ की जरूरत नहीं पड़ेगी.
उत्तराखंड चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आने हैं लेकिन उससे पहले ही बीजेपी एक्टिव मोड में है. बद्रीनाथ विधानसभा सीट से बीजेपी के निवर्तमान विधायक महेंद्र प्रसाद भट्ट ने दावा किया है कि पार्टी 60 पार का लक्ष्य हासिल करेगी. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के कुछ लोगों से भी संपर्क किया है. अन्य दलों के लोगों को भी पार्टी में शामिल करना पड़े तो हम करेंगे.
उत्तराखंड में इस बार 632 उम्मीदवार मैदान में हैं. एडीआर ने इनमें से 626 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया है. इनमें से 17% यानी 107 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. सबसे ज्यादा कांग्रेस ने 23 दागी उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. वहीं, बीजेपी के 13, आप के 15, बीएसपी के 10 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
उत्तराखंड में बीजेपी ने चुनाव से पहले 1 साल में दो सीएम बदले. 2017 में त्रिवेंद्र सिंह रावत सीएम बने थे. 10 मार्च 2021 में उन्हें हटाकर तीरथ सिंह रावत को सीएम बनाया गया. 4 जुलाई 2021 को पुष्कर सिंह धामी तीरथ सिंह की जगह मुख्यमंत्री बनाया गया. पुष्कर सिंह खटीमा से विधायक हैं.
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, सभी ने अच्छा काम किया. हम वोटों की गिनती के पहले बैठक करने जा रहे हैं. इसमें सभी पहलुओं पर चर्चा होगी. सभी लोग अपने अपने क्षेत्रों में रहेंगे, ताकि मतगणना आसानी से हो सके. हमें पूरा विश्वास है कि हम फिर से सरकार बनाने जा रहे हैं.
उत्तराखंड में जनता हर 5 साल में सरकार से अपना मोह भंग कर देती है. यही वजह है कि यहां अभी तक 2002 में राज्य बनने के बाद से चार बार विधानसभा चुनाव हुए हैं. हर बार अलग सरकार बनी है. 2002 में यहां कांग्रेस ने सरकार बनाई थी. वहीं, 2007 में बीजेपी, 2012 में कांग्रेस और 2017 में बीजेपी ने सरकार बनाई.
उत्तराखंड में बीजेपी ने 2017 में 70 में से 57 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं, कांग्रेस को 11 सीटों पर जीत मिली थी. जबकि 2 सीटें निर्दलीय के खातों में गई थीं. इस बार आम आदमी पार्टी भी उत्तराखंड में पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ रही है.
उत्तराखंड में 14 फरवरी को मतदान हुआ था. यहां 70 विधानसभा सीटें हैं. उत्तराखंड में अभी बीजेपी की सरकार हैं. लेकिन उत्तराखंड में हर 5 साल में सरकार बदलती रही है. ऐसे में बीजेपी के लिए सत्ता को बरकरार रखना डबल चुनौती है. हालांकि, Aaj tak Exit Poll से साफ हो जाएगा कि उत्तराखंड में किसकी सरकार बनेगी.
मतदान होने से पहले कहीं भी एग्जिट पोल नहीं दिखाया जा सकता. इसपर चुनाव आयोग बैन लगा देता है. इस बार भी 10 फरवरी से 7 मार्च 6 बजे तक एग्जिट पोल पर बैन है. इस दौरान प्रिंट या फिर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया किसी भी तरह का एग्जिट पोल नहीं चला सकता. जो भी इस नियम का पालन नहीं करता, उसे दो साल तक की जेल हो सकती है. उस पर भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है.