समाजवादी पार्टी में चल रहे दंगल के बीच अब सारी नज़रें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी सांसद डिंपल यादव पर टिकी हैं. एक ओर जहां कांग्रेस में प्रियंका गांधी को यूपी चुनाव में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने की मांग की जा रही है वहीं अब डिंपल यादव को समाजवादी पार्टी का स्टार प्रचारक बनाने की मांग भी जोरों पर हैं.
सपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि डिंपल यादव सिर्फ अखिलेश यादव की पत्नी और यादव परिवार की बहू ही नहीं बल्कि सपा की सांसद भी हैं इसलिए उन्हें प्रचार करना ही चाहिए. देश में आधी आबादी महिलाओं की ही है इसलिए उन्हें भी जिम्मेदारी निभानी चाहिए.

राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोरों पर है कि कांग्रेस और सपा अपने चुनाव कैंपेन की शुरुआत एक बड़ी रैली के साथ कर सकते हैं जिसमें राहुल गांधी, अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी और डिंपल यादव एक ही मंच पर मौजूद होंगे. इस पर नरेश अग्रवाल बोले कि राजनीति में सभी कुछ संभव है.
राजनीति में पर्याप्त अनुभव हासिल कर चुकी हैं डिंपल
कन्नौज से लोकसभा सांसद डिंपल यादव इसी महीने की 15 तारीख को 39 साल की हो
जाएंगी. अखिलेश यादव से उनकी शादी को पूरे 17 साल हो चुके हैं. राजनीति में
उनकी एंट्री 2009 में तब हुई जब पति अखिलेश यादव द्वारा छोड़ी गई
फिरोजाबाद सीट पर समाजवादी पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी बनाकर उतारा.
हालांकि डिंपल ये महत्वपूर्ण चुनाव हार गईं लेकिन तीन साल बाद 2012 में
विधानसभा
चुनाव लड़ने के लिए जब अखिलेश ने कन्नौज सीट भी छोड़ दी तो वहां से डिंपल
निर्विरोध जीतने में सफल रहीं. 2014 के लोकसभा चुनाव में जब पूरे यूपी में
मोदी की आंधी में विपक्ष का वोट बैंक उड़ा जा रहा था तब भी डिंपल कन्नौज की
अपनी सीट बचाने में कामयाब रहीं. उन्होंने बीजेपी के सुब्रत पाठक को
तकरीबन 20 हजार वोटों के अंतर से हराया