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UP Election Result: इन महिला प्रत्याशियों ने साबित किया, वो किसी से कम नहीं

UP Assembly Election 2017 के नतीजे अब लगभग साफ हैं. भाजपा UP में सरकार बना रही है. और खास बात ये है कि सूबे की महिला कैंडिडेट्स ने अपने प्रतिद्वंदियों को भारी मतों से परास्त करके यह साबित किया है कि बात किसी भी फील्ड की हो वो पुरुषों से पीछे नहीं बल्कि नंबर-1 हैं . हर तरह की बाजी जीतनी उन्हें बखूबी आती है. आइए जानते हैं किन महिला कैंडिडेट्स ने इस चुनाव में अपना दम दिखाया है. 

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उत्तर प्रदेश चुनाव के नतीजों में बीजेपी की महिलाएं आगे
उत्तर प्रदेश चुनाव के नतीजों में बीजेपी की महिलाएं आगे

यूपी में BJP भारी जीत के साथ सरकार बनाने जा रही है. UP Assembly Election 2017 में बीजेपी को महिला शक्ति का साथ मिला है. UP में BJP को हर वर्ग ने वोट किया, यही जीत का सबसे बड़ा कारण  रहा. दावा किया जा रहा है कि बीजेपी को उन मुस्लिम महिलाओं ने वोट किया जो पार्टी के ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर साथ थीं. इस बीच, कई ऐसी महिलाएं जीतीं जो पार्टी में एक अलग पहचान बनाने के साथ महिला शक्ति को मजबूत ही करेंगी.

रीता बहुगुणा
67 साल की रीता बहुगुणा जोशी, लखनऊ कैंट विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक थीं. हाल में ही कांग्रेस को अलविदा कर वह बीजेपी में शामिल हुई थीं. पार्टी ने उन्हें मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव के खिलाफ मैदान में उतारा था. अपर्णा यादव को हराकर उन्होंने जीत दर्ज की है.

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हेमलता दिवाकर
हेमलता दिवाकर आगरा ग्रामीण क्षेत्र से बीजेपी की प्रत्याशी हैं. हेमलता ने इस सीट पर अपना दम दिखाया और बीएसपी के काली चरण सुमन को हराया. पिछले साल वह समाजवादी पार्टी को छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो गईं थीं.

प्रतिभा शुक्ला
बीजेपी की रनिया अकबरपुर से प्रत्याशी प्रतिभा शुक्ला 25 राउंड तक आगे चहीं और आखिरकार उन्होंने जीत दर्ज की है. पिछले 10 साल से इस सीट पर समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता रामस्वरूप सिंह का राज था. पिछले 2012 के चुनाव में प्रतिभा शुक्ला बसपा में थी. तब वह रनिया अकबरपुर की सीट पर सपा नेता रामस्वरूप सिंह से हार गई थीं. प्रतिभा शुक्ला के पति अनिल शुक्ला वारसी बसपा से सांसद रह चुके हैं.

गरिमा सिंह
बीजेपी ने गरिमा सिंह को अमेठी सीट से प्रत्याशी के रूप में उतारा था. पहले गायत्री प्रजापती आगे चल रहे थे हालांकि बाद में गरिमा सिंह ने उन्हें पीछे छोड़ते हुए जीत दर्ज की. उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने गरिमा सिंह के खिलाफ उनके पति राजा संजय सिंह की दूसरी पत्नी अमिता सिंह को चुनाव मैदान में उतारा था. गरिमा सिंह बीजेपी के टिकट पर पहली बार चुनावी मैदान में उतरी थीं . वहीं अमिता सिंह विधायक और मंत्री रह चुकी हैं.

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रानी पक्षालिका सिंह
उत्तर प्रदेश में 15 साल बाद बीजेपी की सरकार बनी है. भाजपा ने सपा के वर्तमान विधायक और पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह की पत्नी रानी पक्षलिका सिंह को आगरा की बाह सीट से मैदान में उतारा था. पक्षालिका सिंह ने बसपा के मधुसुदन शर्मा को 23,140 वोट से हराकर जीत दर्ज की है. पक्षधलिका साल 2012 में सपा के टिकट पर खेरागढ़ से चुनाव हार गई थीं. उन्होंने 2014 का लोकसभा चुनाव भी सपा के टिकट पर लड़ा था लेकिन जीत नहीं पाई थीं.

स्वाति सिंह
उत्तर प्रदेश बीजेपी के पूर्व उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह लखनऊ के सरोजनीनगर से चुनाव लड़ रही थीं. उन्होंने अनुराग यादव को 34,047 वोटों से हराया. दयाशंकर के बसपा सुप्रीमो मायावती के बारे में अपशब्दों का प्रयोग करने के बाद स्वाति सिंह ने अपने पति की तरफ से मोर्चा संभाला था. वह बीजेपी की राज्य महिला विंग की अध्यक्ष भी हैं.

अनुपमा जायसवाल
बीजेपी की अनुपमा जायसवाल ने सपा की रूबाब सैयदा को 6702 मतों मात दी है. भाजपा ने बहराइच से चुनावी रण में अनुपमा जायसवाल को उतारा था. पिछले विधानसभा चुनाव (2012) में अनुपमा जायसवाल को सपा के वकार अहमद शाह ने हरा दिया था. अनुपमा जायसवाल भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री है.

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