हाल ही में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाली वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने समाजवादी परिवार में जारी कलह पर कहा है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में अंतर्कलह के चलते समाजवादी पार्टी ध्वस्त होने वाली है.
उन्होंने कहा कि 'यूपी में ये लड़ाई सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सत्ता में आने की नहीं है. ये लड़ाई पार्टी में वर्चस्व की है.' उन्होंने साफ कहा कि ये लड़ाई शिवपाल यादव और अखिलेश में टिकट बांटने को लेकर है.
रीता बहुगुणा ने ये भी कहा कि आने वाले समय में पार्टी में और ज्यादा दरार पड़ सकती है. एक तरफ तो अखिलेश ने मुलायम सिंह के आगे अपनी वेदना प्रकट की है वहीं शिवपाल ने सीधे-सीधे अखिलेश पर अटैक कर दिया है. रीता ने ये भी कहा कि ये बात साफ़ है कि मुलायम की सहमति से ही रामगोपाल को हटाया गया है. पूरे भाषण में कहीं भी मुलायम सिंह ने राम गोपाल यादव का नाम नहीं लिया.
ये तो सही है कि समाजवादी पार्टी में दो स्पष्ट ग्रुप बन चुके हैं जिसको लेकर शाम तक तस्वीर साफ होने के आसार हैं. वहीं ये बात साफ है कि बीजेपी को इस नूराकुश्ती से सबसे ज्यादा फायदा होगा. केंद्र में बीजेपी की सरकार है कांग्रेस पार्टी यूपी में न के बराबर है. इस लिए बीजेपी को इस पूरे मामले के बाद सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा.