क्या सनी देओल के हाथों हार के डर से केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने लुधियाना की सीट छोड़ दी. या फिर स्वास्थ्य के कारणों के चलते पार्टी को उनकी दावेदारी रद्द करनी पड़ी. पंजाब में चर्चा जोरों पर है कि धरम पाजी के पुत्तर सनी लुधियाना से चुनाव लड़ेंगे और इसी के चलते सब हड़बड़ाए हुए हैं.
यहां से पिछले चुनाव में मनीष तिवारी जीते थे. फिर सूचना प्रसारण राज्य मंत्री भी बने. अब उनकी जगह आनंदपुर साहिब के सिटिंग एमपी रवनीत सिंह बिट्टू को टिकट दिया गया है. बिट्टू आतंकी हमले में मारे गए पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं. मगर लुधियाना की टर्फ उनके लिए बिल्कुल नई है.वह खुद ही इस सीट पर लड़ने के इच्छुक नहीं थे. मगर उनकी मौजूदा सीट से गांधी परिवार की खास और कांग्रेस की महासचिव अंबिका सोनी को टिकट थमा दिया गया.
उधर एनडीए की तरफ से यह सीट अकाली दल के हिस्से आती है. अभी यहां से मनप्रीत सिंह अयाली को कैंडिडेट बनाया गया है. लेकिन चर्चा जोरों पर है कि कभी भी एक्टर सनी देओल के नाम का ऐलान हो सकता है. सनी देओल लुधियाना के साहनेवाल इलाके के रहने वाले हैं. उनके पिता धर्मेंद्र यहीं से मुंबई गए और नाम कमाया. धर्मेंद्र भी बीजेपी के टिकट पर बीकानेर से सांसद रह चुके हैं. सनी की सौतेली मां हेमा मालिनी भी बीजेपी के टिकट पर यूपी की मथुरा सीट से भाग्य आजमा रही हैं.
हालांकि इस मसले पर बीजेपी प्रवक्ता टिप्पणी करने से बच रहे हैं. प्रवक्ता मनोरंजन कालिया ने कहा कि हमें लुधियाना से सनी देओल को लड़ाए जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है. यह सीट शिरोमणि अकाली दल के हिस्से की है और वहीं कोई फैसला लेंगे.
तिवारी थे रोड शो की तैयारी में
मनीष तिवारी की सेहत पिछले कुछ दिनों से खराब चल रही है. इसके पहले खबरें आ रही थीं कि वह लुधियाना के बजाय चंडीगढ़ से टिकट मांग रहे हैं. मगर फिर खुद तिवारी ने कहा कि मैं लुधियाना से ही लड़ूंगा. 19 मार्च को जब वह हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुए, तब भी उन्होंने यह बात दोहराई. 21 मार्च को लुधियाना में मनीष तिवारी का रोड शो भी फाइनल हो गया. मगर इस शो को शुरू होने के कुछ ही घंटे पहले निरस्त कर दिया गया.
इसके बाद लुधियाना सीट से राकेश भारती मित्तल का नाम चला. मित्तल भारती एयरटेल एंटरप्राइज के एमडी हैं. लुधियाना में रहने वाले उनके पिता सतपाल मित्तल कांग्रेस में बहुत सक्रिय थे. मगर अंत में पार्टी आलाकमान ने बिट्टू को इस सीट को बचाने की जिम्मेदारी सौंप दी.