योगगुरु बाबा रामदेव ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है. रामदेव ने सोनिया गांधी को राजनीतिक कलंक बताते हुए कहा कि उनका राजनीति से पत्ता कटना चाहिए. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने देश की प्रतिष्ठा को दुनियाभर में गिरा दिया है.
रामदेव ने कहा कि सोनिया गांधी के खिलाफ कोई भी मजबूत उम्मीदवार खड़ा नहीं किया गया है. योगगुरु ने कहा, 'बीजेपी की फारयब्रांड नेता उमा भारती को सोनिया गांधी के खिलाफ उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए.' उन्होंने सोनिया को घोटालों की सरगना बताया और देश में महंगाई व बेरोजगारी के लिए सोनिया गांधी को जिम्मेदार ठहराया.
रामदेव ने कहा, 'सोनिया गांधी के खिलाफ कोई भी चुनाव नहीं लड़ना चाहता. कुछ लोगों ने मुझसे रायबरेली से सोनिया के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए कहा था लेकिन मैंने राजनीति में न आने की भीष्म प्रतिज्ञा ली है.’
बाबा रामदेव ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 'कालेधन के मुद्दे पर केंद्र सरकार गंभीर नहीं है. यूपीए ने देश की अर्थव्यवस्था को गर्त में पहुंचा दिया है और केंद्र के भ्रष्टाचार से पूरा देश शर्मसार है.'
रामदेव ने कहा आज तो सुप्रीम कोर्ट को भी एहसास हो गया कि सरकार कालेधन को वापस लाने के लिए गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा काला धन वापस लाने के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया तो सुप्रीम कोर्ट ने भी आलोचना की. उन्होंने कहा सत्ता परिवर्तन नहीं व्यवस्था परिवर्तन से देश की सूरत बदलेगी, आज कांग्रेस ने अपना घोषण पत्र नहीं बल्कि धोखा पत्र जारी किया है.
योग गुरु ने कहा कि काले धन को वापस लाने के मुद्दे पर ही हम एनडीए का सहयोग कर रहे हैं, हमारा समर्थन शर्तों पर आधारित है. उन्होंने कहा, हमें एक ईमानदार प्रधानमंत्री चाहिए जिसमें राजनीतिक इच्छाशक्ति हो. उन्होंने उम्मीद जताई की मोदी 300 सांसदों के साथ सरकार बनाएंगे. उन्होंने कहा अगर मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार में आती है तो उनकी सरकार पहले संसद सत्र में ही हमारे मुद्दों को सामने रखेगी.