बेतुकी बयानबाजी के कारण अक्सर सुर्खियों में रहने वाले समाजवादी पार्टी नेता आजम खान ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. आजम खान ने कहा है कि करगिल युद्ध में भारत को जीत हिंदू नहीं, मुस्लिम सैनिकों ने दिलाई. इस विवादास्पद बयान के बाद आजम खान चौतरफा आलोचनाओं से घिरते जा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी आजम के बयान की आचोलना की है.
गाजियाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए आजम खान ने कहा, '1999 के करगिल युद्ध में भारत को मुस्लिम सैनिकों ने फतह दिलाई. जब हम करगिल जीते तो वहां कोई हिंदू सैनिक नहीं था.'
आजम के इस बयान से कांग्रेस और बीजेपी नाराज हो गए हैं. कांग्रेस ने चुनाव आयोग से उनके बयान की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है.गाजियाबाद से बीजेपी प्रत्याशी जनरल वीके सिंह ने भी आजम खान के बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा, 'यह हिंदुस्तान की जंग थी जिसे हिंदुस्तानियों ने जिताया. इसे धर्म या जाति के आधार पर बांटना गलत है.'
आजम खान के इस बयान पर बीजेपी ने चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग की है. पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट करके कहा, 'आजम खान ने अपने फायदे के लिए सेना को भी धर्म के आधार पर बांट दिया.'
आज़म खाँन अपने मतलब के लिए फौज को भी धर्म के आधार पर बाँटने से नहीं चूके,धिक्कार है,चुनाव आयोग संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही करे
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) April 8, 2014
गौरतलब है कि गाजियाबाद में 10 अप्रैल को मतदान होना है. इस सीट से भारतीय सेना के पूर्व अध्यक्ष जनरल वीके सिंह बीजेपी के उम्मीदवार हैं. वहीं, कांग्रेस ने राज बब्बर और आम आदमी पार्टी शाजिया इल्मी को मैदान में उतारा है.
आपको बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान यह पहला मौका नहीं है जब आजम खान ने विवादित बयान दिया है. इससे पहले वह बीजेपी के पीएम उम्मीदवार को कुत्ते के बच्चे का बड़ा भाई कह चुके हैं.
इस बीच, आजम खान के बयान की राजनीतिक गलियारों में निंदा हो रही है. जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी सेना के मसले पर विभाजनकारी राजनीति किए जाने की आलोचना की है.
The biggest strength of the Indian defence forces hasn't been their equipment or training but how people from diverse religions, 1/n
— Omar Abdullah (@abdullah_omar) April 9, 2014
backgrounds & political beliefs have fought & died shoulder to shoulder without any of the aforementioned things becoming a factor 2/n
— Omar Abdullah (@abdullah_omar) April 9, 2014
So politicians like Azam Khan are well advised to refrain from dragging the army in to the murky world of divisive communal politics 3/3
— Omar Abdullah (@abdullah_omar) April 9, 2014