केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक दल के सर्वेसर्वा अजीत सिंह को करारा धक्का लगा है. उनकी पार्टी का लोकसभा चुनाव में सूपड़ा साफ हो गया है. इतना ही नहीं वह खुद को भी पराजय से नहीं बचा सके. बागपत से उन्हें भी हार का मुंह देखना पड़ा.
अजीत सिंह के बेटे और सांसद जयंत चौधरी मथुरा में तीसरे नंबर पर थे जहां उनका मुकाबला बीजेपी की हेमा मालिनी से था. राष्ट्रीय लोक दल ने कुल आठ सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन सभी पर उसके उम्मीदवार बुरी हालत में रहे. छह सीटों पर तो पार्टी के उम्मीदवार चौथे स्थान पर रहे. इन सभी सीटों पर बीजेपी ने जीत का परचम लहराया.
पार्टी की सांसद और सिने कलाकार जया प्रदा ने बिजनौर से चुनाव लड़ा था और वह भी चौथे स्थान पर रहीं. सपा छोड़कर अजीत सिंह का साथ देने आए अमर सिंह चौथे नंबर पर रहे. टिकैत के बेटे को भी अमरोहा से हार का मुंह देखना पड़ा. वह भी चौथे स्थान पर रहे.
पार्टी ने पिछली बार बीजेपी के साथ मिलकर सात सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे पांच सीटें मिली थीं जिसमें अजीत सिंह और उनके बेटे जयंत की सीट भी थी.