कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी के चुनाव अभियान की शुरूआत आगामी चार सितंबर को प्रदेश के सहरसा एवं समस्तीपुर जिलों से करेंगे.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी महबूब अली कैसर ने बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आगामी चार सितंबर को पार्टी के चुनाव अभियान के प्रथम चरण में एक दिवसीय दौरे पर प्रदेश के सहरसा एवं समस्तीपुर जिलों की यात्रा करेंगे.
उन्होंने बताया कि राहुल 4 सितंबर को दोपहर में सहरसा जिले के पटेल मैदान में और उसके बाद समस्तीपुर जिले के कॉलेज ग्राउंड में जनसभा को संबोधित करेंगे. कैसर ने बताया कि राज्य विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के घोषणा पत्र का प्रारूप तैयार कर अनुमोदन के लिए केंद्रीय नेतृत्व के पास भेज दिया गया है.
प्रदेश में सत्तासीन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सी पी ठाकुर की इस टिप्पणी पर कि बिहार में कांग्रेस कहीं नजर नहीं आती कैसर ने कहा कि वह अपने चश्मे से देख रहे हैं इसलिए उन्हें ऐसा दिख रहा है, विधानसभा चुनाव के परिणामों से भाजपा को हकीकत पता चल जाएगी. {mospagebreak}
जदयू छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व सांसद फैयाजुल आजम और बसपा से आए अन्य नेताओं का पार्टी में स्वागत करते हुए बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी महबूब अली कैसर ने कहा कि कांग्रेस का बिहार में जनाधार बढ़ा है जिसे देखकर अब कांग्रेस की विचारधारा से इत्तफाक रखने वाले लोगों का पार्टी से जुड़ने का सिलसिला जारी है.
कैसर ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश में बढ़ते जनाधार को देखते हुए वे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी से बिहार में अन्य 20 स्थानों पर भी पार्टी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने का अनुरोध करेंगे. बिहार सरकार द्वारा प्रदेश में ताप बिजलीघरों की स्थापना के लिए कोल लिंकेज नहीं उपलब्ध कराए जाने के आरोप को निराधार बताते हुए कैसर ने कहा कि केंद्र सरकार ने हाल ही में लखीसराय जिले के कजरा, बक्सर जिले के चौसा और भागलपुर जिले के पीरपैंती में कोल लिंकेज आवंटन किया है.
उन्होंने कहा कि इससे पूर्व केंद्र सरकार ने मार्च से जुलाई महीने के दौरान बिहार के औरंगाबाद जिले के नबीनगर और पटना के बाढ़ अनुमंडल और मुजफ्फरपुर में कोल लिंकेज का आवंटन किया था. कैसर ने बताया कि बिहार के ताप घरों की आवश्यक्ताओं को ध्यान में रखकर केंद्र सरकार ने उडीसा राज्य की तैरवां पहाड़ी में 900 मिट्रिक टन और टेडा में 500 मिट्रिक टन तथा झारखंड राज्य में 200 मिट्रिक टन कोयला खदान बिहार सरकार को उपलब्ध कराया पर प्रदेश सरकार ने वहां से कोयला नहीं उठाया. {mospagebreak}
कैसर ने कहा कि प्रदेश में सूखे की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने किसानों की खेती की सिंचाई के लिए केंद्रीय पूल से मिलने वाली बिजली के कोटे में 100 मेगावाट की वृद्धि की है. बिहार की नीतीश सरकार द्वारा प्रदेश के विकास को लेकर किए जा रहे दावों को निराधार बताते हुए कैसर ने कहा कि इस मामले में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे झूठे प्रचार की कलई केंद्रीय सांख्यिकी संगठन के हाल के आंकडों ने खोल दी जिसके अनुसार बिहार की वर्तमान विकास दर मात्र 4.72 प्रतिशत है और यह प्रदेश विकास दर के लिहाज से देश में 14वें स्थान पर है.
उन्होंने कहा कि बिहार की यह स्थिति राज्य सरकार द्वारा किसानों एवं कृषि के प्रति संवेदनहीनता का नतीजा है. केंद्र की संप्रग सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए उठाए गए कदमों की चर्चा करते हुए कैसर ने बताया कि केंद्र सरकार ने 72 हजार किसानों के ऋण माफी की जो घोषणा की है, उससे बिहार के 3.8 प्रतिशत किसान लाभांवित होंगे. इस अवसर पर बसपा के पूर्व सचिव मो जमा खान, सीवान के जिला परिषद अध्यक्ष नंद प्रसाद चौहान और राजद के राजेश प्रसाद सहित कई अन्य लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की.