बसपा अध्यक्ष मायावती ने मुलायम सिंह यादव के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए इसे महिला विरोधी बताया है. उन्होंने कहा कि यह सबको पता है कि उन्होंने अपनी पहली पत्नी को कितना समय और सम्मान दिया.
गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को मायावती के खिलाफ एक विवादास्पद बयान दिया था. अयोध्या का जिक्र करते हुए मुलायम ने कहा, 'अयोध्या में क्या हुआ था यह सब मुसलमान जानते है. कोई कह रहा था कि पाखाना बनवा दो. यह कांशीराम का बयान है फिरोजाबाद में, यह बयान है श्रीमती जी का, उन्हें 'श्रीमती' कहें, 'कुंवारी बेटी' कहें या 'बहन' कहें.
मोदी-राहुल-रामदेव पर माया का हमला
बुधवार सुबह लखनऊ के मॉल एवेन्यू में वोट डालने के बाद मायावती ने मोदी, राहुल और बाबा रामदेव पर एक साथ तीखा जुबानी हमला किया. मायावती ने कहा, ‘निर्वाचन आयोग ने योग गुरु रामदेव पर जो कार्रवाई की है, वह नाकाफी है. रामदेव ने जिस तरह से दलित युवतियों का अपमान किया है, इसके लिए उन्हें तत्काल जेल भेजा जाना चाहिए.’
मायावती ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार बाबा रामदेव पर कार्रवाई नहीं करेगी, क्योंकि वह यादव समाज से जुड़े हैं. लेकिन जिस तरह से उन्होंने दलितों का अपमान किया है, उस पर बीएसपी चुप नहीं बैठेगी.’
मायावती ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी की लहर कहीं भी नहीं है, यह सिर्फ मीडिया का दुष्प्रचार है. सिर्फ मीडिया के माध्यम से मोदी की हवा बनाने की कोशिशें की जा रही हैं. बीजेपी और मोदी हमेशा से ही दलित विरोधी रहे हैं, उनका दलितों से कोई लेना-देना नहीं है.
उन्होंने कहा कि इस बार परिवर्तन की लहर चल रही है और इसमें दलितों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होने जा रही है. मायावती ने कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी पर भी हमला बोला. उन्होंने ने कहा कि रामदेव ने राहुल को लेकर ही दलित विरोधी टिप्पणी की थी, लेकिन अभी तक राहुल ने इसका विरोध नहीं किया है. इससे साबित होता है कि दलितों के प्रति उनकी मानसिकता कैसी है.