नरेंद्र मोदी द्वारा ममता बनर्जी पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाए जाने के बाद आज तृणमूल प्रमुख ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन लोगों के हाथ खून से रंगे होते हैं, उन्हें देश के बारे में बात नहीं करनी चाहिए.
उत्तरी दीनापुर जिले में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पश्िचम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि जिनके हाथ खून से रंगे होते हैं, उन्हें देश के बारे में बात करना शोभा नहीं देता. ममता ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री काल में तृणमूल कांग्रेस केंद्र सरकार में थी. उन्होंने प्रधानमंत्री पद के लिए बीजेपी के उम्मीदवार का नाम लिए बिना ही कहा कि गुजरात में तब दंगे हुए थे और लोगों ने दंगों का समर्थन नहीं किया.
उन्होंने कहा कि मैं अपनी जान देने के लिए तैयार हूं, लेकिन हिंदुओं और मुसलमानों का बंटवारा नहीं होने दूंगी. ममता ने यह भी कहा कि तृणमूल कांग्रेस सांप्रदायिक सद्भाव और सभी धर्मों के सम्मान के लिए खड़ी रही. ममता ने दावा किया कि फंड होने के बावजूद बीजेपी को इस बार एक भी सीट नहीं मिलने वाली.
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और कांग्रेस ने देश को बांटने के लिए हाथ मिला लिए हैं और तेलंगाना मुद्दे पर यह स्पष्ट रूप से देखने को मिला है. ममता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस देश को बेच रही है और जरूरी वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि एवं भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि पेट्रो उत्पादों की कीमतों में बार-बार होने वाली वृद्धि आम आदमी की आजीविका को नष्ट कर रही है.
बनर्जी ने अपील करते हुए कहा कि देश को बचाने के लिए उनकी पार्टी को चुनकर सत्ता में लाया जाए. उन्होंने दावा किया कि सिर्फ तृणमूल कांग्रेस ही दिल्ली में सरकार बना सकती है.