बिहार चुनाव नतीजों के विश्लेषण के मुताबिक जेडीयू, आरजेडी, और कांग्रेस गठबंधन को बीजेपी नीत एनडीए से मिले 7.8 फीसदी ज्यादा वोटों ने उसे 120 सीटें और दिलाईं, जिसके चलते नीतीश कुमार नीत महागठबंधन ने दो तिहाई बहुमत हासिल कर लिया.
महाठबंधन ने 41.9 फीसदी वोटों के साथ 243 सदस्यीय सदन में 178 सीट हासिल कीं, जबकि NDA 34.1 फीसदी वोट के साथ सिर्फ 58 सीटें ही पा सका. यह चुनाव आयोग के आखिरी आंकड़ों से जाहिर होता है.
लालू प्रसाद की आरजेडी को 18.9 फीसदी वोटों के साथ 80 सीटें जीत कर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी, जबकि नीतीश कुमार नीत जेडीयू को 16.8 फीसदी वोटों के साथ 71 सीटें मिली हैं. महागठबंधन के तीसरे साझेदार कांग्रेस ने 41 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे जिनमें 27 पर उसे जीत मिली है. इसे 6.7 फीसदी वोट मिले.
157 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली बीजेपी को सर्वाधिक 24.4 फीसदी वोट मिले, लेकिन वह महज 53 सीटें ही जीत सकी.
बीजेपी नीत एनडीए गठजोड़ में शामिल लोजपा को 4.8 फीसदी के साथ दो सीटें जबकि हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (धर्मनिरपेक्ष) को 2. 3 फीसदी के साथ एक सीट मिली. इन दोनों पार्टियों ने क्रमश: 42 और 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था.
बीजेपी के एक और सहयोगी दल लोक समता पार्टी ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन 2.6 फीसदी वोट के साथ उसे सिर्फ दो सीटें ही हासिल हुईं.
गौरतलब है कि 2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू को 38.77 फीसदी वोट के साथ 141 में 115 सीटें मिली थीं, जबकि उसकी सहयोगी भाजपा को सर्वाधिक 39.56 फीसदी वोट के साथ 102 सीटें मिली थी.
लालू की पार्टी को 18.84 फीसदी वोट हिस्सेदारी के साथ 168 में सिर्फ 22 सीटें ही मिल पाई थीं. कांग्रेस 243 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, उसे 8.37 वोट प्रतिशत के साथ सिर्फ चार सीटें मिली थी.
इनपुट- भाषा