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द्रमुक को राष्ट्रीय दलों के समर्थन की जरूरत नहीं: करुणानिधि

द्रमुक के अपने स्थानीय सहयोगियों के साथ चुनाव लड़ने में सक्षम होने पर जोर देते हुए पार्टी अध्यक्ष एम करुणानिधि ने मंगलवार को कहा कि गठजोड़ में किसी राष्ट्रीय पार्टी की अनुपस्थिति से उनके डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव एलायंस (डीपीए) को कोई झटका नहीं लगा है.

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एम करुणानिधि
एम करुणानिधि

द्रमुक के अपने स्थानीय सहयोगियों के साथ चुनाव लड़ने में सक्षम होने पर जोर देते हुए पार्टी अध्यक्ष एम करुणानिधि ने मंगलवार को कहा कि गठजोड़ में किसी राष्ट्रीय पार्टी की अनुपस्थिति से उनके डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव एलायंस (डीपीए) को कोई झटका नहीं लगा है.

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी का घोषणपत्र जारी किए जाने के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि नहीं, कोई झटका नहीं है. द्रमुक ने पूर्व सहयोगी कांग्रेस के लिए अपना द्वार बंद कर दिया है. पार्टी ने पिछले वर्ष मार्च में श्रीलंकाई तमिलों के मुद्दे पर कांग्रेस से गठबंधन तोड़ा था.

द्रमुक ने सोमवार को पार्टी के 35 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की और पांच सीट अपने सहयोगी वीकेसी (2) और एक-एक सीट एमएमके, आईयूएमएल और पुथिया तमिझागम के लिए छोड़ दी. गौरतलब है कि तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीट और पड़ोसी पुडुचेरी में एक सीट है.

अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन टूटने के बाद भाकपा के उनकी पार्टी (द्रमुक) के साथ गठजोड़ नहीं करने की घोषणा के बारे में पूछे जाने पर सीधे कुछ कहने से बचते हुए करुणानिधि ने कहा कि मैंने आज का समाचारपत्र नहीं पढ़ा है. और वह सीधे संवाददाता सम्मेलन में आ गए हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में उन्हें डीपीए के साथ और अधिक सहयोगियों के आने की उम्मीद नहीं है.

यह पूछे जाने पर कि नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी में से प्रधानमंत्री पद के लिए उनकी पार्टी की पसंद कौन होगा, उन्होंने कहा कि वह ऐसा व्यक्ति होगा, जो इनमें से कोई नहीं होगा. करुणानिधि ने कहा कि तमिलनाडु में बहुकोणीय मुकाबले से लोगों को फायदा होगा.

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