जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, सियासी विरोधी एक-दूसरे पर हमला करने का कोई भी मौका नहीं चूक रहे, चाहे आरोप कितना ही निजी या भद्दे क्यों न हो.
दिल्ली सरकार के मंत्री हारुन यूसुफ ने बीजेपी के सीएम उम्मीदवार पर बेहद सनसनीखेज आरोप लगाते हुए निजी हमला किया. हारुन यूसुफ ने हर्षवर्धन को नसीहत देने के बहाने कहा कि नौकरानी से रेप के आरोपी हर्षवर्धन दिल्ली में महिला सुरक्षा की स्थिति पर बात ना ही करें तो बेहतर.
दिल्ली सरकार की साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, '1996-97 में डॉ. हर्षवर्धन पर उनकी नौकरानी ने बलात्कार का आरोप लगाया था इसलिए उन्हें महिला सुरक्षा की बात नहीं करनी चाहिए.'
दरअसल, बीजेपी ने दिल्ली में कई जगहों पर होर्डिंग लगाए हैं. जिस पर लिखा है...'रोक न सकी बलत्कार, ये कैसी दिल्ली सरकार.' इन पोस्टरों में डॉ. हर्षवर्धन की तस्वीर है. इस आरोप से बौखलाए कांग्रेस नेता हारुन यूसुफ ने कहा, 'जिन पर विधानसभा के अंदर बलात्कार के आरोप लगे हैं. उन्हें और उनकी पार्टी को इस तरह का चुनाव प्रचार शोभा नहीं देता. खासतौर पर यह जानते हुए कि दिल्ली की कानून-व्यवस्था दिल्ली सरकार के अधीन नहीं है.'
हालांकि इस बयान पर जब पत्रकारों ने फिर से सवाल पूछा तो सफाई देने के लिए दिल्ली सरकार के एक और मंत्री अरविंदर सिंह लवली सामने आये. उन्होंने कहा, 'हम किसी पर व्यक्तिगत आरोप नहीं लगाना चाहते पर पहले ऐसा उनकी तरफ से हुआ है इसलिए हमारे पास जवाब देने के अलावा कोई चारा नहीं था.'
आपको बता दें कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव 4 दिसंबर को होने है. इन चुनावों का नतीजा 8 दिसंबर को आएगा.