scorecardresearch
 

कभी नहीं कहा मोदी को चुनूंगा, बोले अरविंद केजरीवाल

आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने मीडिया में आई उन खबरों को सिरे से खारिज किया है जिसमें उनके हवाले से कहा गया है कि अगर उनके सामने यह प्रश्न खड़ा हो जाए कि उन्हें मायावती और नरेन्द्र मोदी में चुनाव करना हो तो वे किसे चुनेंगे तो जवाब होगा- मोदी.

Advertisement
X
अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल

आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने मीडिया में आई उन खबरों को सिरे से खारिज किया है जिसमें उनके हवाले से कहा गया है कि अगर उनके सामने यह प्रश्न खड़ा हो जाए कि उन्हें मायावती और नरेन्द्र मोदी में चुनाव करना हो तो वे किसे चुनेंगे तो जवाब होगा- मोदी.

केजरीवाल ने आज तक के दफ्तर में फोन करके इस खबर का खंडन किया और कहा कि यह सब निराधार बातें हैं. उन्होंने कहा कि ये बातें निहित स्वार्थों द्वारा फैलाई गई हैं. मैंने ऐसा नहीं कहा.

गौरतलब है कि आर्थिक समाचार पत्र द इकोनॉमिक टाइम्स ने लिखा है कि बुधवार को मुंबई के स्टॉक ब्रोकरों और फंड मैनेजरों के साथ हुई बैठक में अरविंद केजरीवाल से यह सवाल पूछा गया जिसके जवाब में केजरीवाल ने कहा कि अगर मेरी कनपटी पर बंदूक रखकर पूछा जाए तो मैं मोदी को ही चुनूंगा.

अरविंद केजरीवाल बाज़ार के प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे थे. उस दौरान उन्होंने कहा कि इस चुनाव में खंडित जनादेश आएगा. यानी किसी को भी बहुमत नहीं मिलेगा. इस पर इन्वेस्टमेंट बैंकर और अंबुजा सीमेंट के पूर्व एमडी अनिल सिंघवी ने पूछा कि ऐसी हालत में वे किसका समर्थन करेंगे, मयावती का या मोदी का? सिंघवी ने बताया कि पहले तो केजरीवाल ने कहा कि वे किसी को नहीं चुनेंगे लेकिन जब हमने कहा कि किसी न किसी को तो प्रधानमंत्री बनना ही होगा तो वे बोले कि अगर मुझ पर ज़ोर दिया जाए तो मैं मोदी को चुनूंगा. लेकिन केजरीवाल ने मोदी को चुनने के पीछे कोई ठोस कारण नहीं बताया.

Advertisement

बाज़ार के प्रतिनिधियों ने केजरीवाल की सादगी और ईमानदारी की प्रशंसा की और कहा कि वो नहीं चाहते कि सरकार खुद बिज़नेस करे बल्कि उसे प्रशासनिक अधिकारी की भूमिका निभानी चाहिए. स्ट़ॉक ब्रोकर रामदास अग्रवाल ने कहा कि केजरीवाल को बिल्कुल नकारा नहीं जा सकता है. उनमें भ्रष्टाचार से लड़ने की प्रतिबद्धता दिखती है.

केजरीवाल ने स्टॉक ब्रोकरों से अपने चुनाव अभियान के लिए चंदा मांगा. उन्होंने कहा कि मैंने देश में रिटेल में एफडीआई लाने के लिए लोगों से कारण पूछा लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया.

Advertisement
Advertisement