नरेंद्र मोदी के दूरदर्शन इंटरव्यू पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. अब मोदी ने खुद ट्वीट कर इस विवाद पर पहली बार अपना पक्ष रखा है. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि प्रेस की आजादी लोकतंत्र का आधार है. राष्ट्रीय चैनल का अपनी आजादी के लिए जूझना उन्हें दुखी करता है.
दरअसल, आज नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके पहले वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे की बधाई दी. इसके बाद उन्होंने आगे लिखा, 'आज की तारीख में, मुझे यह देखकर बहुत दुख होता कि राष्ट्रीय टीवी चैनल अपनी प्रोफेशनल आजादी बरकरार रखने में नाकाम हैं.' मोदी ने अगले ट्वीट में लिखा, 'हमने इमरजेंसी के बुरे दिन देखे हैं जब प्रेस और अभिवयक्ति की आजादी छीन ली गई थी. यह हमारे लोकतंत्र पर धब्बा है.'
यह है विवाद
दरअसल, राष्ट्रीय चैनल दूरदर्शन ने हाल में नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू लिया था. इसका प्रसारण दो दिन तक रोका गया. जब इंटरव्यू को प्रसारित किया गया तो इससे कई अहम हिस्से हटा दिए गए. चाहे वह नरेंद्र मोदी का प्रियंका गांधी पर बयान हो या अहमद पटेल से दोस्ती का दावा, दूरदर्शन ने इन हिस्सों को नहीं प्रसारित किया. हालांकि, बीजेपी ने इंटरव्यू के इन हिस्सों को सार्वजनिक कर कांग्रेस को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया. इस इंटरव्यू में मोदी ने कहा था कि प्रियंका गांधी उनपर कितने भी हमले करें वह बुरा नहीं मानेंगे. बेटी और बहन के तौर पर प्रियंका को राहुल और सोनिया गांधी का प्रचार करने का पूरा हक है. इसके अलावा, सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल के बारे में उन्होंने बेहद ही चौंकाने वाले खुलासे किए. मोदी ने दावा किया कि एक वक्त पर अहमद पटेल उनके अच्छे मित्र हुआ करते थे पर अब वह फोन तक नहीं उठाते.