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‘भगवान की लहर कांग्रेस को नहीं रोक सकी, तब मोदी की लहर की क्या औकात’

लोकसभा चुनाव के बाद अगर जरूरत पड़ी तो कांग्रेस तीसरे मोर्चे का समर्थन कर सकती है.

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विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद

लोकसभा चुनाव के बाद अगर जरूरत पड़ी तो कांग्रेस तीसरे मोर्चे का समर्थन कर सकती है. फर्रुखाबाद से कांग्रेस उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने यह खुलासा किया है. अपने गांव पीतौराम में संवाददाताओं से मुखातिब खुर्शीद ने कहा, 'सरकार बनाने के लिए कांग्रेस तीसरे मोर्चे से समर्थन मांग भी सकती है'. खुर्शीद ने यह दावा भी किया कि केंद्र में फिर से कांग्रेस नीत सरकार ही बनेगी. उन्होंने कहा, ‘भगवान की लहर कांग्रेस को नहीं रोक सकी, तब मोदी की लहर की क्या औकात.’

यह बयान ऐसे समय में आया है जब तमाम ओपिनियन पोल और राजनीतिक विशेषज्ञ कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जाने का दावा कर रहे हैं. खुर्शीद के बयान को सच माने तो अबतक जो कांग्रेस तीसरे मोर्चे को मरीचिका कहती फिर रही थी, अब उसी तीसरे मोर्चे की काबिलियत पर भरोसा होने लगा है. यानी डूबते को तिनके का सहारा लेना सेफ ऑप्शन लग रहा है.

'भगवान की लहर' कांग्रेस को नहीं रोक पाई, 'मोदी लहर' क्या बला है: खुर्शीद
सलमान खुर्शीद ने दावा किया है कि नरेंद्र मोदी देश के लिए एक 'बड़ा बखेड़ा' साबित होने वाले हैं. राम मंदिर विवाद का हवाला देते हुए खुर्शीद ने कहा कि 'जब भगवान की लहर कांग्रेस को नहीं रोक सकी, तब मोदी की लहर की क्या औकात है'.

वाराणसी से नामांकन भरने गए मोदी ने लोगों से कहा था कि गंगा मां ने उन्हें बुलाया है. इसी बात का हवाला देते हुए खुर्शीद ने मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'मोदी ने बड़ी-बड़ी हस्तियों को पुष्पांजलि दी लेकिन गंगा मां की पूजा अर्चना तो दूर, दर्शन करने तक नहीं गए'.

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चुनाव आयोग ने गलत संदेश दिया: खुर्शीद
चुनाव आयोग को भी लपेटे में लेते हुए खुर्शीद ने कहा कि 'इस बार बूथ की सुरक्षा में हीलाहवाली बरती गई. बूथों की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ जवानों का सही इस्तेमाल नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि पिछली बार बूथों पर जवानों की तैनाती की गई थी, लेकिन इस बार नहीं. राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार है. इसलिये इसका नाजायज फायदा सपा उम्मीदवार को मिला'. खुर्शीद ने कहा, ‘उन्हें अलीगंज में बूथ संख्या 1015 पर अनियमितता की पक्की सूचना भी मिली. इस ओर चुनाव आयोग का भी ध्यान गया. लेकिन मेरी छोटी सी गलती पर मेरे खिलाफ केस दर्ज करने वाले आयोग ने सपा उम्मीदवार के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. इससे लोगों के बीच बुरा संदेश गया है.’

खुर्शीद के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का मामला चल रहा है. उनपर चुनाव प्रचार का समय खत्म होने के बाद भी फतेहगढ़ में पब्लिक मीटिंग करने का आरोप लगा है.

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