बीजेपी का मेनिफेस्टो जैसे-जैसे लेट हो रहा है. पार्टी के अंदर ही कई सवाल उठने लगे हैं. सबसे बड़ा सवाल राम मंदिर को लेकर है. माना जा रहा है कि राम मंदिर को लेकर नरेंद्र मोदी और मुरली मनोहर जोशी में कुछ मतभेद है.
शुक्रवार को कानपुर में जब मुरली मनोहर जोशी से पूछा गया कि आने वाले मेनिफेस्टो में राम मंदिर का मुद्दा है कि नहीं तो उन्होंने सीधे न कहकर इशारों में यह साफ कर दिया कि राम मंदिर हमारी आस्था से जुड़ा हुआ है.
उन्होंने कहा, 'पार्टी का स्टैंड वही है जो 2009 में था. शब्दों में फेर-बदल हो सकता है. भाषा में फेर-बदल हो सकता है. जहां तक कंटेंट का सवाल है तो मैं नहीं समझता कि इसमें कोई शंका है. आपको आशंका हो सकती है, मुझे इसमें कोई शंका नहीं है. मै आपकी राम मंदिर के प्रति प्रेम समझता हूं.'