बिहार में बीजेपी और उनके सहयोगी दलों में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर बयानबाजी जारी है, लेकिन रविशंकर प्रसाद सीएम उम्मीदवारी पर लालू और नीतीश कुमार पर तंज मारना नहीं भूले.
राज्य के दरभंगा पहुंचे केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एनडीए में सीएम उम्मीदवारी पर मचे घमासान पर सफाई देते हुए कहा कि सभी पार्टियां इस मसले पर एक हैं और इसका फैसला पार्लियामेंट्री बोर्ड करेगा.
प्रसाद ने कहा, 'बिहार में बीजेपी का नेता कौन होगा यह पार्लियामेंट बोर्ड तय करेगा . इसमें कोई संदेह नहीं है.' उन्होंने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी के निर्णय पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है. हर पार्टी चाहती है कि मुख्यमंत्री हमारी ही पार्टी के नेता बने, हम उनसे मिल बैठ कर बात कर लेंगे.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सीपी ठाकुर हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. वे पार्टी को भी जानते हैं. इस मसले पर कोई भी फैसला पार्टी करेगी.
बिहार के मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'लालू जी ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया, लेकिन इतने दिन बीत जाने पर भी नीतीश ने लालू यादव को धन्यवाद नहीं कहा, जबकि छोटी-छोटी बातों पर नीतीश कुमार टिप्पणी किया करते हैं.'
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की मजबूरी समझ सकते हैं. बिहार के मुख्यमंत्री जिस तरह आजकल नेताओं पर निजी हमले कर रहे हैं. उससे पता चलता है कि नीतीश कुमार आने वाली हार से मानसिक तनाव में हैं.
सीपी ठाकुर के बयान पर ज्यादा कुछ ना बोलते हुए रविशंकर प्रसाद यह कहकर निकल गए कि ठाकुर पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. उन पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते. उधर, रामविलास पासवान की शर्त और उपेन्द्र कुशवाहा की मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पर प्रसाद ने कहा कि हर पार्टी चाहती है कि उनकी पार्टी का नेता मुख्यमंत्री हो.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, उपेन्द्र कुशवाहा और राम विलास पासवान के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए सीपी ठाकुर के बयान पर बच निकले. इससे स्पष्ट है कि सीपी ठाकुर जो कुछ बोल रहे हैं उसके पीछे बीजेपी की कोई अपनी राजनीतिक चाल तो नहीं है?
गौरतलब है कि एनडीए में शामिल बिहार की पार्टियां रोज इस मामले में बयान दे रही थी और बीजेपी बैकफुट पर नजर आ रही थी. ऐसे में सीपी ठाकुर का सामने आना उन नेताओं को जवाब है जिसे बीजेपी के नेता सीधे तौर पर नहीं दे पाते थे.