बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने आज कहा कि बीजेपी में अटल-आडवाणी का युग समाप्त नहीं हुआ है और आडवाणी का सम्मान रखा जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के नतीजे आने के बाद नए सहयोगी एनडीए में जुड़ते हैं तो उनका स्वागत है. 'आज तक' से खास बातचीत में गडकरी ने कहा, 'आडवाणी हमारे मार्गदर्शक हैं. अटल-आडवाणी-जोशी हमारे प्रेरणास्रोत हैं. हम मोदी और राजनाथ के नेतृत्व में आगे बढ़ेंगे.'
इस सवाल पर कि अगर मोदी की अगुवाई में केंद्र में अगली सरकार बनती है तो नई सरकार का चेहरा कैसा होगा, गडकरी ने कहा कि सरकार कैसी होगी, यह तय करना पीएम का काम है. नरेंद्र मोदी सबकी सलाह से मंत्री तय करेंगे. यह पूछे जाने पर कि पार्टी के बड़े नेता मोदी से मिलने अहमदाबाद जा रहे हैं, गडकरी ने कहा, 'मोदी इस वक्त ज्यादा बिजी हैं इसलिए बीजेपी के नेता उनसे मिलने अहमदाबाद जा रहे हैं. जब वो यहां आएंगे तो वो हमसे मिलने आएंगे.'
मोदी को पीएम उम्मीदवार बनाए जाने में संघ की भूमिका से जुड़े सवाल पर गडकरी ने कहा कि संघ ने नहीं, बीजेपी संसदीय बोर्ड ने मोदी के नाम पर मुहर लगाई थी. उन्होंने कहा, 'नरेंद्र मोदी बीजेपी के सबसे लोकप्रिय नेता हैं. मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बीजेपी ने बनाया ना कि संघ ने.'
पार्टी के भीतर मतभेद की खबरों से साफ इनकार करते हुए गडडकरी ने कहा कि बीजेपी में कोई रूठा नहीं है और वरिष्ठ नेताओं के लिए पार्टी में किसी तरह की दुविधा की स्थिति नहीं है. उन्होंने कहा, 'बीजेपी मां-बेटे की पार्टी नहीं है. यहां कोई समस्या नहीं, हम सब मिलकर रहते हैं. हमारे यहां कोई पावर सिस्टम नहीं होता, हम सब मिलकर काम करते हैं.
गडकरी से जब यह सवाल किया गया अगर नई सरकार एनडीए की बनती है तो उसमें आपकी भूमिका क्या होगी, उन्होंने कहा, 'मैंने कभी पार्टी ने कुछ नहीं मांगा. मुझे जो भी भूमिका मिलेगी, निभाउंगा. मैं कार्यकर्ता हूं, पार्टी जो कहेगी वहीं करूंगा.
अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर गडकरी ने कहा कि यह उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश थी. हालांकि पूर्व अध्यक्ष ने साफ किया कि इस मामले में पार्टी के लोग शामिल नहीं थे. उन्होंने कहा, 'मेरे ऊपर आरोप लगने की वजह से पार्टी मुश्किल में थी, इसलिए अलग हो गया.'
पाकिस्तान से संबंधों के सवाल पर गडकरी ने कहा, 'हम पाकिस्तान के साथ शांति चाहते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम आतंकवाद को सहेंगे. हम चाहेंगे कि क्षेत्र में शांति बनी रहे. लेकिन आतंकवाद के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है.'