अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री और चार दफा सांसद रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता अशोक प्रधान मोदी लहर के विपरीत तैरते हुए सपा की नाव पर सवार हो गए. बीजेपी ने प्रधान के पार्टी छोड़ने को तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि यह सवाल उनसे ही पूछा जाना चाहिए.
बीजेपी नेता बलवीर पुंज ने कहा कि एक व्यक्ति जो इतने समय तक पार्टी और उसकी विचारधारा से जुड़ा रहा और इसका उन्हें फायदा भी मिला. अब ऐसा क्या हो गया कि पार्टी का टिकट नहीं मिलने पर उसे दूसरी पार्टी में जाना पड़ा.
गौतमबुद्ध नगर में 10 अप्रैल को होने वाले चुनाव से पहले अशोक प्रधान सपा में शामिल हो गए. इसके बाद प्रधान ने दावा किया कि बीजेपी में टिकटों की खरीद फरोख्त हो रही है.
उधर, अधिकारियों के तबादले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा चुनाव आयोग को चुनौती दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर पुंज ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को चुनाव आयोग के निर्देशों का सम्मान और पालन करना चाहिए.
बीजेपी नेता ने कहा, हम सभी भारतीयों को लोकतंत्र पर गर्व है. यही कारण है कि चुनाव अधिकांशत: निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से होते हैं. इसके लिए श्रेय मतदाताओं और चुनाव आयोग को जाता है. इसलिए सभी राजनीतिक दलों को आयोग के निर्देशों का सम्मान और पालन करना चाहिए.