तेलंगाना की कामारेड्डी सीट के चुनाव प्रचार में पहुंचे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने तेलंगाना की केसीआर (के. चंद्रशेखर राव ) सरकार को आड़े हाथों लिया. शाह ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की स्कीमों का लाभ तेलंगाना की जनता नहीं उठा पा रही है. वहीं, ओवैसी के तीखे बयानों पर भी उन्होंने जवाब दिया.
अमित शाह ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे कहते हैं कि तेलंगाना में चाहें कांग्रेस-टीडीपी की सरकार बने या टीआरएस की, उसके मुख्यमंत्री को मजलिस के पैरों में बैठना पड़ेगा. लेकिन यदि बीजेपी सरकार बनती है तो उसका मुख्यमंत्री तेलुगू लोगों के सम्मान के लिए काम करेगा. पूरे देश में कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस समाप्त हो गई है. इनके साथ मिलकर चंद्रबाबू नायडू तेलंगाना का भला नहीं कर सकते.
अमित शाह ने कहा कि केसीआर को पता था कि लोकसभा के साथ यदि तेलंगाना का चुनाव आया तो वे मोदी के सामने यहां की सरकार भी गंवा देंगे. केसीआर ने पुत्र मोह और परिवार को फायदा पहुंचाने के लिए जल्दी चुनाव करा दिए जिसके यहां की सरकार का करोड़ों रुपए का नुकसान हो गया.
कांग्रेस पार्टी तुष्टीकरण करने में पीछे नहीं है
शाह ने कांग्रेस पर वार करते हुआ कहा कि कांग्रेस पार्टी तुष्टीकरण करने में पीछे नहीं है. उन्होंने अपने घोषणापत्र में कहा है कि सरकारी ठेकों में अल्पसंख्यकों को प्राथमिकता मिलेगी. मैं पूछना चाहता हूं कि इससे तेलुगू बोलने वाले भाई-बहन कहां जाएंगे. ये भी कहा गया है कि उर्दू बोलने वालों को प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों की भर्ती में प्राथमिकता देंगे, ऐसे में तेलुगू बोलने वाले कहां जाएंगे?
केसीआर ने वादा किया था कि 17 सितंबर के दिन को पूरे तेलंगाना में 'हैदराबाद विमोचन दिन' के रूप में मनाएंगे लेकिन वे अपने वादे में फेल हो गए है. यदि बीजेपी की सरकार बनती है तो तेलंगाना के हर गांव में ये दिन मनाया जाएगा.
शाह ने कहा कि केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना का लाभ तेलंगाना में किसी को नहीं मिला है. इसके लिए केसीआर सरकार जिम्मेदार है. देश भर में 10 करोड़ परिवारों के 50 करोड़ लोगों को इसका फायदा मिल चुका है. तेलंगाना सरकार के मुखिया ने इसका लाभ किसी को लेने नहीं दिया. उन्होंने इस योजना को भी स्वीकार नहीं किया.
तेलंगाना सरकार में किसी को आवास नहीं मिला
शाह ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत देश के 2 करोड़ लोगों को घर मिल गया लेकिन तेलंगाना सरकार में किसी को आवास नहीं मिला. इसकी वजह है के चंद्रशेखर राव, जिसने इस योजना को स्वीकार नहीं किया. देशभर में पिछले 2 महीने में साढ़े तीन लाख गरीब परिवार 5 लाख रुपए तक का फायदा ले चुके हैं लेकिन यहां भी तेलंगाना सरकार ने सुस्ती दिखाई है. यहां किसी को भी इसका फायदा नहीं मिला है. यदि भाजपा की सरकार बनती है तो यहां स्वास्थ्य बीमा के तहत 5 लाख रुपए को लाभ हर गरीब को मिलेगा.
टीआरएस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पूरे राज्य में रैलियों को लगातार संबोधित कर रहे हैं. इसके अलावा उनके बेटे और तेलंगाना सरकार में मंत्री रहे के टी. रामाराव भी चुनावी प्रचार की कमान संभाले हुए हैं.
तेलंगाना में चतुष्कोणीय मुकाबला है. एक तरफ कांग्रेस-टीडीपी का गठबंधन है, तो दूसरी तरफ एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी भी यहां पूरी ताकत से चुनाव लड़ रही है. बीजेपी भी दक्षिण के इस राज्य को केसरिया करने के इरादे से उतरी है. 7 दिसंबर को राजस्थान के साथ यहां मतदान होना है. 11 दिसंबर को पता चलेगा कि जनता ने किसका साथ दिया.
119 सदस्यीय तेलंगाना विधानसभा में 2014 के चुनाव में टीआरएस को 90 सीटें मिली थीं. वहीं कांग्रेस को 13, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को 7, बीजेपी को 5, टीडीपी को 3 और सीपीएम को 1 सीटें मिली थीं. इस बार टीआरएस के खिलाफ कांग्रेस-टीडीपी-सीपीआई-तेलंगाना जन समिति का गठबंधन 'प्रजाकुटमी' मैदान में है.