केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत हरियाणा के रोहतक की रैली से की. मुख्यमंत्री भुपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेन्द्र हुड्डा के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने रोहतक से सबसे मजबूत स्थानीय चेहरे नवीन जयहिंद को मैदान में उतारा है.
बाहर से मुकाबला बड़ा और टक्कर का नज़र आता है लेकिन अंदर की बात ये है कि आप उम्मीदवार नवीन जयहिंद के पास दिल्ली में अपने एक कमरे के घर का किराया देने के लिए 6 हज़ार रुपये भी नहीं हैं. इसलिए नवीन जयहिंद ने अपनी पत्नी को दिल्ली से रोहतक बुला लिया है.
इतना ही नहीं, हुड्डा के गढ़ में उन्हे चुनौती देने के लिए उतारे गए उम्मीदवार के पास पोस्टर और गाडियां तो छोड़िए पर्चे छपवाने के भी पैसे नहीं हैं. ऐसा नहीं कि पार्टी को इस बात की जानकारी नहीं है. नवीन जयहिंद और बाकी कार्यकर्ता पार्टी हाईकमान से कई बार आर्थिक मदद के लिए गुहार लगा चुके हैं लेकिन पार्टी की तरफ से साफ निर्देश है कि पैसे का इंतज़ाम लोकसभा क्षेत्र से ही किया जाए.
पार्टी के कार्यकर्ता इस बात से परेशान हैं कि लोग चंदा देने को तो तैयार हैं लेकिन जैसे ही चंदा देने वालों के नाम सार्वजनिक (वेबसाइट पर जारी करने) की बात आती है लोग पीछे हट जाते हैं क्योंकि मुख्यमंत्री हुड्डा की नाराज़गी भला कौन मोल ले.
आम आदमी पार्टी को रोहतक में चाहे जितना भी जन- समर्थन मिले लेकिन बिना पैसे के मुख्यमंत्री के बेटे के खिलाफ चुनाव लड़ना आसान भी नहीं होगा.