लोक जनशक्ति पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में प्रदेश में सत्तासीन नीतीश सरकार की करारी हार का दावा करते हुए प्रदेश सरकार द्वारा मतगणना को प्रभावित करने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग किए जाने की आशंका जतायी है.
लोजपा नेता और दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र पासवान ने गुरुवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बिहार विधानसभा चुनाव में प्रदेश में सत्तासीन नीतीश सरकार की करारी हार होने का दावा करते हुए प्रदेश सरकार द्वारा मतगणना को प्रभावित करने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग किए जाने की आशंका जतायी है.
पासवान ने कहा कि जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव अपने अंतिम चरण की ओर बढ़ रहा है इस चुनाव में अतिपिछड़े समुदाय के लोगों द्वारा नीतीश कुमार के पक्ष में मतदान नहीं किए जाने से बौखलाए उनके समर्थकों ने इस समुदाय के लोगों पर अपना हमला तेज कर दिया है और पुलिस एवं प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है. {mospagebreak}
उन्होंने कहा कि गत 6 नवम्बर को औरंगाबाद जिले के दाउदनगर थाने की 18 वर्षीय रेणू कुमारी के साथ बलात्कार किया गया. गत 7 नवम्बर को वैशाली जिला के जन्दाहा थाना क्षेत्र में 18 वर्षीया प्रियंका देवी के साथ बलात्कार किए जाने के बाद उसकी हत्या कर दी गयी. इसी प्रकार से गत 7 नवम्बर को ही 12 वर्षीया सुमन्ति कुमारी के साथ चन्दौती थाना क्षेत्र में बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गयी.
पासवान ने कहा कि इसके अलावा नवादा जिला के अकबरपुर थाना क्षेत्र में रधुनी चन्द्रवंशी की पुत्री के साथ बलात्कार की घटना घटी. उन्होंने कहा कि यह सभी नवयुवती एवं बालिका अतिपिछडे समुदाय से हैं.
दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोजपा के पूर्व सांसद रामचंद्र पासवान ने प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर इस चुनाव में सत्ता का कथित तौर पर खुलकर दुरुपयोग किये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यादव मुस्लिम पासी पासवान एवं मुसहर समुदाय के लोग अपने मताधिकार का उपयोग नहीं कर सके इसके लिए उन्होंने प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ सांठ-गांठ कर उनका नाम मतदाता सूची से हटवा दिया और अब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर मतगणना में गड़बडी की योजना बना रहे है. {mospagebreak}
उन्होंने चुनाव आयोग से वज्र गृह में जमा ईवीएम की सुरक्षा मतगणना के दिन यानि 24 नवंबर तक सुनिश्चित किए जाने की मांग की है. पटना में हाल में ट्रैफिक पुलिस उपाधीक्षक शशिभूषण शर्मा पर अपराधियों द्वारा किये गये असफल जानलेवा हमले का जिक्र करते हुए पासवान ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एकतरफ जनता से राज्य में अमन-चैन और सुशासन होने का झूठा दावा करते फिर रहे हैं वहीं प्रदेश की राजधानी में आम जनता तो क्या प्रदेश का आला पुलिस अधिकारी भी सुरक्षित नहीं है.
पासवान ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री राजद के 15 वर्षों के शासनकाल की खामियां गिनाकर अपने पांच सालों के कार्यकाल से उसकी तुलना में लगे हैं पर सुशासन और कानून राज स्थापित करने का दावा करने वाले नीतीश के राज में ही कानून के रक्षक ही सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने राज्य में विधि व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची होने का आरोप लगाते हुए कहा कि विधि व्यवस्था केवल नीतीश के भाषण तक सिमट कर रह गयी है.