बिहार के पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर आखिरी चरण यानी की 1 जून को चुनाव होना है और अब इस सीट पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी की एंट्री के बाद यहां की लड़ाई बेहद दिलचस्प हो चुकी है.
पाटलिपुत्र सीट इस बार के चुनाव में इस कारण से भी VIP सीट मानी जा रही है, क्योंकि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती तीसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रही है. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने यहां से चुनाव लड़ा था मगर उन्हें दोनों बार हार का सामना करना पड़ा था.
मीसा भारती को दो बार से मिल रही है शिकस्त
पिछले दो लोकसभा चुनाव में लालू प्रसाद की बेटी को बीजेपी उम्मीदवार रामकृपाल यादव ने कड़ी शिकस्त दी थी और इस बार भी मीसा भारती के खिलाफ रामकृपाल यादव ही मैदान में है. कुछ दिनों पहले तक माना जा रहा था कि इस बार भी पाटलिपुत्र की लड़ाई राम कृपाल यादव बनाम मीसा भारती रहेगी मगर इस सीट पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने चुनाव लड़ने का ऐलान करके सनसनी मचा दी थी और शनिवार को पार्टी ने पाटलिपुत्र सीट के लिए अपने आधिकारिक उम्मीदवार के नाम की भी घोषणा कर दी है.
कौन हैं फारुख रजा
ओवैसी की पार्टी ने शनिवार को पाटलिपुत्र लोकसभा सीट के लिए 42 वर्षीय फारुख रजा का नाम फाइनल कर दिया और पार्टी के तरफ से उन्हें चुनाव लड़ने के लिए सिंबल भी दे दिया गया है. फारूक रजा राजा पेशे से इंजीनियर हैं और पाटलिपुत्र के नौसा क्षेत्र के रहने वाले हैं. दिलचस्प बात यह है कि फारुख रजा पूर्व में यूथ राजद के जनरल सेक्रेटरी रह चुके हैं.
ओवैसी की पार्टी के मुताबिक फारूक रजा 2019 के लोकसभा चुनाव में मीसा भारती के काउंटिंग इंचार्ज भी थे. गौरतलब है, पाटलिपुत्र लोकसभा सीट में तकरीबन 8 फीसदी मुस्लिम आबादी है और ओवैसी की पार्टी का इस सीट पर उम्मीदवार खड़ा करने के बाद लालू प्रसाद की बेटी की चुनौती और ज्यादा बढ़ गई है.