कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली जैसे हाई प्रोफाइल सीटों पर नामांकन के अंतिम दिन आखिरकार अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. कांग्रेस ने सोनिया गांधी की सीट रायबरेली से इस बार उनके बेटे राहुल गांधी को पार्टी उम्मीदवार बनाया है जबकि अमेठी सीट से इस बार स्थानीय कांग्रेस नेता किशोरी लाल शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा है. खासबात ये है कि केएल शर्मा रायबरेली में सोनिया गांधी के सांसद प्रतिनिधि भी रह चुके हैं.
अमेठी में कांग्रेस की बड़ी तैयारी
वहीं नामांकन के अंतिम दिन अपने उम्मीदवार के पर्चा दाखिल करने को लेकर कांग्रेस ने बड़ी तैयारी कर रखी है. यही वजह है कि अमेठी जिला कांग्रेस कमेटी ने एक दिन पहले ही जिला प्रशासन से 100 मोटरसाइकिल, 50 चारपहिया वाहन, 1 डीसीएम रथ की अनुमति ली है. रिपोर्ट के मुताबिक राहुल गांधी आज रायबरेली से नामांकन दाखिल करेंगे जिसके बाद भव्य रोड शो का आयोजन भी किया जाएगा.
बता दें कि अमेठी में नामांकन के आखिरी दिन कांग्रेस ने अपने पत्ते खोले हैं. देश में सात चरणों में हो रहे लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में 20 मई को अमेठी और रायबरेली में वोटिंग होगी.
वहीं राहुल गांधी की सीट रही अमेठी में पहले बार गांधी परिवार से बाहर का कोई शख्स कांग्रेस की तरफ से चुनाव मैदान में होगा. ये दोनों सीटें परंपरागत रूप से गांधी-नेहरू परिवार के सदस्यों के पास रही हैं.
2019 में अमेठी से हार गए थे राहुल गांधी
बता दें कि रायबरेली सीट कांग्रेस के लिए बेहद अहम है क्योंकि बीते लोकसभा चुनाव में यही एकमात्र सीट थी जहां कांग्रेस को जीत मिली थी. इस सीट से 2019 में राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी ने जीत दर्ज की थी. हालांकि इस बार उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था. वो राजस्थान से राज्यसभा सांसद बन चुकी हैं.
सोनिया गांधी 1999 में कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अमेठी से चुनाव लड़ी थीं और जीत हासिल की थी. उसके बाद 2004 में वो पहली बार रायबरेली से चुनाव लड़ीं और जीतीं. सोनिया गांधी कुल पांच बार सांसद चुनी गईं. वहीं राहुल गांधी ने अमेठी से साल 2004 में पहली बार चुनाव लड़ा था और वो 2019 में बीजेपी की स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे.