गुजरात विधानसभा चुनाव में फिर बीजेपी का डंका बजा है. पार्टी को लगातार छठी बार सूबे में सरकार बनाने का मौका मिला है. चुनाव नतीजों में दिलचस्प आंकड़े देखने को मिले हैं.
सूबे की कुल 182 सीटों में सबसे बड़ी और सबसे छोटी जीत का आंकड़ा खास है. जीत में सबसे बड़ा अंतर जहां 1 लाख से ऊपर रहा है, वहीं सबसे छोटी जीत में महज 170 वोटों पर हुई है.
रिकॉर्ड वोटों से जीते भूपेंद्र पटेल
अहमदाबाद जिले की घाटलोडिया सीट पर रिकॉर्ड मतों से जीत हुई. यहां से बीजेपी के प्रत्याशी भूपेंद्र पटेल ने कांग्रेस के शशिकांत पटेल को हराया. भूपेंद्र को कुल 175652 वोट मिले जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस उम्मीदवार शशिकांत पटेल को महज 57902 वोट ही मिल सके. इस तरह भूपेंद्र पटेल ने 1 लाख 17 हजार वोटों के अंतर से इस सीट पर जीत दर्ज की.
इतना ही नहीं भूपेंद्र पटेल ने आनंदीबेन पटेल का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. आनंदीबेन को पिछले चुनाव में यहां 154599 वोट मिले थे और उन्हें करीब 1 लाख 10 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी.
घाटलोडिया सीट 2008 से अस्तित्व में आई. पिछले 22 साल से सत्ता पर काबिज रही बीजेपी के लिए यह बेहद खास सीट है क्योंकि यहां से पिछले विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल जीतकर विधानसभा में पहुंची थीं. इस बार आनंदीबेन की जगह उनके करीबी भूपेंद्र को टिकट दिया, जिन्होंने रिकॉर्ड मतों से विजय प्राप्त की.
170 वोट से बीजेपी प्रत्याशी की हार
एक तरह जहां बीजेपी प्रत्याशी ने सबसे ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की, वहीं दूसरी तरफ कपराडा सीट से पार्टी प्रत्याशी को सबसे छोटे अंतर से हार का सामना करना पड़ा. कपराडा से बीजेपी के मधु राउत को कांग्रेस के जीतू चौधरी से 170 वोट से हराया.
जीतूभाई को कुल 93000 वोट मिले, जबकि उनके विरोधी मधु राउत को 92830 मत पड़े.
इस सीट पर पहले फेज में यानी 9 दिसंबर को वोटिंग हुई थी और ये सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. कपराडा निर्वाचन क्षेत्र दक्षिण गुजरात के वलसाड जिले का हिस्सा है. 2012 में भी यहां से कांग्रेस के चौधरी जीतूभाई ने जीत दर्ज की थी और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी उम्मीदवार प्रकाशभाई पटेल को 18 हजार से हराया था.