गोवा में बहुमत से दूर रही बीजेपी ने सूबे में सरकार बनाने के लिए समीकरण साध लिया है. मोदी सरकार में रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर जहां एक बार फिर यहां सीएम पद संभालेंगे. वहीं सूत्रों के मुताबिक, एमजीपी के सुदिन धवलिकर को डिप्टी सीएम बनाया गया है.
सूत्रों के मुबातिक, धवलिकर के अलावा एमजीपी के एक और विधायक को मंत्री बनाया जाएगा. वहीं बीजेपी को समर्थन दे रही गोवा फॉरवार्ड पार्टी के विजय सरदेसाई को जयेश सालगांवकर को भी पर्रिकर कैबिनेट में जगह दिया जाएगा. इनके अलावा दो निर्दलीय विधायक रोहन खाउंटे, गोविंद गवड़े के साथ बीजेपी के पांच विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा.
मनोहर पर्रिकर से जुड़े करीबी सूत्रों ने साथ ही बताया कि पर्रिकर मंगलवार शाम सीएम पद की शपथ लेंगे और इसके लिए 5.06 बजे का शुभ समय तय किया गया है.' यहां मपूसा सीट से उपचुनाव लड़ेंगे. वहीं इस सीट से मौजूदा विधायक एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री फ्रांसिस डी'सूजा को राज्यसभा भेजा जाएगा.'
वहीं दूसरी ओर विधानसभा चुनाव में 17 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी कांग्रेस को सत्ता तक पहुंचाने के लिए दिग्विजय सिंह भी पणजी पहुंचे थे. हालांकि उन्होंने अब घुटने टेक दिए हैं और BJP की सरकार गठन को जनशक्ति पर धन शक्ति की जीत करार दिया. कांग्रेस महासचिव ने गोवा में बहुमत के लिए जरूरी समर्थन ना जुटा पाने पर गोवावासियों से माफी मांगी और कहा कि सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ हमारा संघर्ष जारी रहेगा.
Money Power has won over People's Power. I apologise to the People of Goa as we couldn't muster the support to form the Govt.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 13, 2017
इससे पहले बीजेपी ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलकर 21 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा था, जिसके बाद राज्यपाल ने पर्रिकर को सरकार बनाने को न्योता दिया और शपथ ग्रहण के 15 दिनों के अंदर बहुमत साबित करने को कहा.
आपको बता दें कि एमजीपी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के अलावा तीन निर्दलीय विधायक मनोहर पर्रिकर को मुख्यमंत्री बनाए जाने की शर्त पर बीजेपी को समर्थन देने को राजी हो गए थे. उम्मीद की जा रही है कि गोवा की सत्ता संभालने की खातिर मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री के पद से जल्द ही इस्तीफा देंगे.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस बात की तस्दीक करते हुए कहा, 'गोवा के लिए स्थिर सरकार हो और गोवा के विकास के लिए काम हो. पार्टियों ने कहा कि अगर पर्रिकर मुख्यमंत्री बन कर आते हैं तो हम साथ आ सकते हैं. इसके बाद मैंने अमित शाह जी और पीएम मोदी से बातचीत की और उन्हें लोगों की मांग बताई.'
इससे पहले 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में बीजेपी ने 21 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. एनसीपी के चर्चिल आलमाओ ने एमजीपी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) और दो निर्दलीय के साथ अपना समर्थन बीजेपी को सौंप दिया है. एमजीपी और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के तीन-तीन विधायक हैं, जबकि बीजेपी के 13 विधायक हैं. इस लिहाज से बीजेपी बहुमत का जादुई आंकड़ा पार कर रही है. इसके अलावा बीजेपी को और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन मिल सकता है.