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औरंगाबाद की चुनावी जंग: बाहरी-भीतरी पर भड़के लोग, 'नून रोटी खाएंगे, लोकल को जिताएंगे' का नारा

औरंगाबाद की चुनावी जंग: बाहरी-भीतरी पर भड़के लोग, 'नून रोटी खाएंगे, लोकल को जिताएंगे' का नारा

आज तक की विशेष पेशकश में श्वेता सिंह बिहार के औरंगाबाद से चुनावी नब्ज टटोल रही हैं, जिसे 'बिहार का चित्तौड़गढ़' भी कहा जाता है. यहां के चुनाव में स्थानीय बनाम बाहरी उम्मीदवार का मुद्दा गरमाया हुआ है, साथ ही बेरोजगारी, पलायन और ओबरा के कालीन उद्योग की बदहाली जैसे मुद्दे हावी हैं. एक स्थानीय नागरिक ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, 'नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नहीं हैं, गुजरात के हैं...अगर बिहार के होते तो यहाँ के बच्चों को रोजगार मिलता...बिहार के बच्चे को महाराष्ट्र में और गुजरात में गालियां दी जाती हैं.'

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