| Gender | Male |
| Age | 54 |
| State | BIHAR |
| Constituency | MUNGER |
कृष्णा मंडल बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं. उनकी उम्र 54 साल है और उनकी शैक्षिक योग्यता Literate है. उन पर दर्ज केसों की संख्या (2) है. उनकी कुल संपत्ति 18Lac रुपये है, जबकि उन पर 80000 रुपये की देनदारी है.
Serious IPC Counts
Education
Cases
self profession
| Property details | 2025 |
|---|---|
| Total Assets | 18Lac |
| Movable Assets | 70278 |
| Immovable Assets | 17.3Lac |
| Liabilities | 80000 |
| Self Income | 0 |
| Total Income | 0 |
Jamalpur Election Result: खाकी छोड़कर जमालपुर से चुनाव मैदान में उतरे बिहार के सिंघम और पूर्व आईपीएस शिवदीप लांडे चुनाव बुरी तरह हार गए हैं. शिवदीप लांडे को सिर्फ 15655 वोट मिले जबकि नचिकेता को कुल 96683 वोट मिले हैं. शिवदीप लांडे वोटों के मामले में तीसरे नंबर पर हैं. यहां से जेडीयू के नचिकेता ने 81028 वोटों के अंतर से चुनाव जीता है.
2005 में भीम बांध इलाके में नक्सली हमले में एसपी समेत सात पुलिसकर्मी शहीद हुए थे. उस घटना के बाद से सुरक्षा कारणों से इन इलाकों से मतदान केंद्र हटा दिए गए थे. यहां 20 साल बाद सात मतदान केंद्रों पर फिर से वोट डाले गए.
मोकामा पहुंचकर ललन सिंह ने जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह का खुलकर बचाव किया. एक तरह से उन्हें क्लीन चिट ही दे दी है. इस दौरान उनका एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें वो कुछ नेताओं को वोटिंग के दिन घर में बंद कर देने की बात कह रहे हैं.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की मुंगेर जनसभा में समर्थकों की भीड़ ने बैरिकेडिंग तोड़कर हेलीकॉप्टर तक पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दी, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. तेजस्वी ने महागठबंधन की सरकार बनने पर रोजगार और विकास का वादा किया.
मुंगर रैली में शाह ने लालू-राबड़ी शासनकाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके समय में हत्याएं, फिरौती, अपहरण और जघन्य नरसंहार हुए और उन्होंने बिहार को तहस-नहस कर दिया. उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी की सरकार ने अनेक सालों तक जंगलराज चलाया.
बिहार के मुंगेर में महादलित परिवारों की दयनीय स्थिति सामने आई है. यहां के निवासी सरकारी योजनाओं से वंचित हैं. रूना देवी ने कहा कि सरकार कुछ नहीं कर रही है. अन्य ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें नियमित रूप से राशन नहीं मिल रहा है और रोजगार के अभाव में लोग पलायन करने को विवश हैं.
बिहार के चुनावी माहौल में मुस्लिम वोटों पर सियासी जंग तेज हो गई है. दो दिन पहले मदरसा शिक्षा बोर्ड के कार्यक्रम में नीतीश कुमार के मुस्लिम टोपी ना पहनने के विवाद ने तूल पकड़ा. उधर, वोटर अधिकार यात्रा के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव मुंगेर की खानकाह रहमानी मस्जिद पहुंचे.
बिहार में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव 'वोटर अधिकार यात्रा' पर निकले हैं. इस यात्रा का मुख्य मुद्दा वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (एसआईआर) के नाम पर 'वोट चोरी' का आरोप है. विपक्ष का कहना है कि चुनाव आयोग और सत्ताधारी दल मिलकर चुनाव में धांधली कर रहे हैं. यात्रा के दौरान यह आरोप लगाया गया कि "किसी के माई के लाल में दम नहीं जो बिहारियों का वोट काट दे."
बिहार की सियासत में धर्म और जाति का समीकरण हमेशा अहम रहा है. मुस्लिम वोट बैंक को लेकर जारी सियासत में अब तस्वीरों की एंट्री हो चुकी है. पटना में मदरसा शिक्षा बोर्ड के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे. उनके मंत्री जमा खान ने उन्हें टोपी पहनाना चाहा, लेकिन नीतीश कुमार ने टोपी खुद नहीं पहनी और जमा खान को ही पहना दी. इस घटना के बाद विपक्ष ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है.
उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोड़ने वाले गंगा पुल के उद्घाटन के साथ प्रधानमंत्री ने 13,000 करोड़ की विकास योजनाएं लॉन्च कीं. इस दौरान उन्होंने बिहार के 'लालटेन राज' में भ्रष्टाचार फैलने का आरोप लगाया. प्रधानमंत्री ने 30 दिन जेल पर कुर्सी जाने वाले नए विधेयकों पर विपक्ष के विरोध को अपनी दलीलों में शामिल किया. उन्होंने कहा, "अगर कोई मुख्यमंत्री है, कोई मंत्री है, कोई प्रधानमंत्री है तो वो जेल में रह करके भी सत्ता का सुख पा सकता है, ये कैसे हो सकता है?"