| Gender | M |
| Age | 54 |
| State | BIHAR |
| Constituency | BHAGALPUR |
धनंजय कुमार पांडे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं. उनकी उम्र 54 साल है और उनकी शैक्षिक योग्यता Post Graduate है. उन पर दर्ज केसों की संख्या (0) है. उनकी कुल संपत्ति 1.3Crore रुपये है, जबकि उन पर 9Lac रुपये की देनदारी है.
Serious IPC Counts
Education
Cases
self profession
| Property details | 2025 |
|---|---|
| Total Assets | 1.3Crore |
| Movable Assets | 22.2Lac |
| Immovable Assets | 1.1Crore |
| Liabilities | 9Lac |
| Self Income | 7Lac |
| Total Income | 13.7Lac |
बिहार चुनाव से पहले घुसपैठियों के मुद्दे, तेजस्वी यादव के नौकरी के वादे और मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति पर सियासी घमासान छिड़ गया है. बहस के दौरान राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए एक विवादित बयान दिया.
बिहार चुनाव के मैदान में भागलपुर की रेशमी गलियों से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, जहाँ बुनकरों की बदहाली एक बड़ा मुद्दा है। इस चुनावी माहौल में सांसद पप्पू यादव, राहुल गाँधी और एनडीए एवं महागठबंधन के नेता आमने-सामने हैं। पप्पू यादव ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, 'पहली बार कांग्रेस के लोगों ने हमको राजनीति सीखा दिया...हम पहली बार राजनीति से हमको सिखाया...लोग गंदा राजनीति करते हैं।' बुनकर महंगे धागों और पुरानी तकनीक से परेशान हैं, वहीं जनता की राय बंटी हुई है। कुछ लोग एनडीए सरकार के काम से खुश हैं तो कुछ युवा बदलाव की मांग करते हुए तेजस्वी यादव का समर्थन कर रहे हैं। इसी बीच राहुल गांधी ने बीजेपी और चुनाव आयोग पर लोकतंत्र खत्म करने का गंभीर आरोप लगाया है, जबकि पप्पू यादव बिहार के भविष्य को लेकर निराश नजर आए और जातिगत राजनीति को इसका कारण बताया।
आजतक की एंकर अंजना ओम कश्यप के साथ बिहार के भागलपुर में हुई चुनावी बहस में आरजेडी और बीजेपी के नेता आपस में भिड़ गए. चर्चा तेजस्वी यादव की शैक्षणिक योग्यता से लेकर भागलपुर के विकास तक पहुंची, जहां लोगों ने शहर की गंदगी और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की विफलता पर तीखे सवाल उठाए. एक महिला ने बीजेपी प्रतिनिधि से सीधे पूछा, 'आपने बोला कि 10 से 27 हो गए हैं मेडिकल कॉलेज, तो आप ऐसे गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में जाके अपना ट्रीटमेंट करवा पाएंगी?'
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर भागलपुर की राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है, जहां की जनता नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के रोजगार के वादों पर बंटी हुई नजर आ रही है. भागलपुर जिले की सात विधानसभा सीटों पर चुनावी समीकरण भी दिलचस्प हो गए हैं. कुछ सीटों पर बीजेपी और जेडीयू ने अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं, तो वहीं कहलगांव और सुल्तानगंज में कांग्रेस और आरजेडी के बीच दोस्ताना मुकाबला देखने को मिल सकता है.
बिहार के भागलपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अमित शाह पर तीखा हमला बोला है. राहुल ने आरोप लगाया कि इन नेताओं ने बिहार को देश का मजदूर बना दिया है. उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार, नरेंद्र मोदी, अमित शाह ने बिहार को हिंदुस्तान का मजदूर बना दिया है'.
आज तक के खास कार्यक्रम 'पदयात्रा' में श्वेता सिंह ने बिहार के भागलपुर और जमुई से चुनावी माहौल का जायजा लिया. इस रिपोर्ट में 1989 के भागलपुर दंगों की दर्दनाक यादों के साथ-साथ विकास, रोजगार और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर जनता की राय सामने आई. नीतीश कुमार के शासन में सुरक्षा व्यवस्था पर भरोसा जताते हुए एक महिला ने कहा, 'अगर हम लोग अभी निकल के बाहर आ रहे हैं या कुछ काम कर रहे हैं, रात में 8:00 बजे 9:00 बजे 10:00 बजे घर आ रहे हैं तो ये नितीश कुमार का देन.'
आज तक के खास कार्यक्रम 'राजतिलक' में बिहार चुनाव की वोटिंग से ठीक पहले भागलपुर में एक तीखी राजनीतिक बहस हुई. एंकर अंजना ओम कश्यप के सामने भाजपा, जदयू, कांग्रेस, राजद और जन सुराज पार्टी के नेताओं ने भागलपुर की जनता के सवालों का सामना किया. जदयू-भाजपा गठबंधन ने नीतीश सरकार के 20 साल के सुशासन, सड़क निर्माण और महिलाओं को मेडिकल कॉलेज में 33% आरक्षण जैसी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला.
लालगंज से आरजेडी उम्मीदवार और बाहुबली मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला अपने चुनाव प्रचार के दौरान फूट-फूट कर रो पड़ी. शिवानी ने अपने पिता को बेउर जेल से भागलपुर शिफ्ट किए जाने को विरोधियों की साजिश बताया. शिवानी ने आरोप लगाया कि उनके पिता को इसलिए दूर भेजा जा रहा है क्योंकि विपक्ष उनसे डर गया है और चुनाव प्रभावित करना चाहता है.
बिहार में चुनाव प्रचार के बीच वैशाली जिले की लालगंज सीट से चुनाव लड़ रही प्रत्याशी शिवानी शुक्ला को जान से मारने की धमकी दी गई थी. इस धमकी के बाद से पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी. वहीं, अब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
भागलपुर से भाजपा का टिकट न मिलने पर अर्जित शाश्वत चौबे ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, लेकिन पिता अश्विनी चौबे के एक फोन के बाद उन्होंने नामांकन नहीं करने का फैसला लिया. उन्होंने कहा कि पिता के आदेश और पार्टी अनुशासन का पालन करते हुए वे भाजपा में बने रहेंगे और एनडीए उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे.