ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जाम के टॉपर्स पुराने आईआईटी की जगह नए आईआईटी को चुन रहे हैं. इस बार काउंसलिंग के पहले राउंड के बाद आईआईटी खड़गपुर और सबसे पुराने इंजीनियरिंग कॉलेज आईआईटी-रुड़की में क्लोजिंग रैंक 8000 से ऊपर गई है.
वहीं नए आईआईटी की बात की जाए तो जोधपुर, हैदराबाद, पटना, तिरूपति में क्लोजिंग रैंक 4,957 और 6,581 के बीच है.
आईआईटी खड़गपुर में कुल 1341 सीटें हैं. इस आईआईटी को टॉप 212 रैंक तक के एक भी स्टूडेंट ने नहीं चुना है. इसी तरह आईआईटी रुड़की भी टॉप 232 रैंक तक के एक भी स्टूडेंट्स की पसंद नहीं बना. आईआईटी के सीनियर प्रोफेसर का कहना है कि यह काफी अजीब बात है कि टॉपर्स पुराने संसंथानों की जगह नए आईआईटी जैसे तिरूपति, केरल को चुन रहे हैं.
आपको बता दें कि सबसे पुराने आईआईटी में आईआईटी बॉम्बे ने स्टूडेंट्स को सबसे ज्यादा आकर्षित किया है. पहले राउंड का काउंसलिंग के बाद टॉप 100 रैंक होल्टर्स में से 65 टॉपर्स ने आईआईटी बॉम्बे को चुना है. आईआईटी बॉम्बे में कुल 903 सीटें हैं. कुछ इसी तरह आईआईटी कानपुर को टॉप 100 रैंक होल्टर्स में से सिर्फ 2 टॉपर्स ने चुना है. वहीं आईआईटी दिल्ली पहली काउंसलिंग के बाद टॉप 100 में से टॉप 30 की पसंद बना है.