दिल्ली के एक स्कूल की 11वीं और 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स के लिए इस बार चार सितंबर का दिन खास होगा क्योंकि शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी उन्हें पढ़ाएंगे.
मुखर्जी प्रेसीडेंसियल एस्टेट में स्थित डॉ राजेंद्र प्रसाद सर्वोदय स्कूल की 11वीं और 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स के की कंबाइड क्लास लेंगे. छात्रों को संबोधित करने के बाद राष्ट्रपति करीब 100 शिक्षकों को संबोधित भी करेंगे.दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने राष्ट्रपति के सामने यह विचार रखा था जो राष्ट्रपति को पसंद आया और उन्होंने इसके लिए मंजूरी दे दी है.
मुखर्जी ने हमेशा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने पर ध्यान दिया है और इस महीने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उन्होंने गुरू-शिष्य संबंध पर खास जोर दिया था.
उन्होंने अपने संबोधन में कहा था,'जमीनी स्तर से लेकर सबसे उपर तक शिक्षा की गुणवत्ता को क्या हुआ? हम गुरू शिष्य परंपरा को सच्चे गौरव के साथ याद करते हैं,तो फिर क्यों हमने इस संबंध के मुख्य पहलुओं - देखभाल, समर्पण और प्रतिबद्धता को त्याग दिया है?
मुखर्जी का मानना है कि शिक्षक एक कुम्हार की तरह होता है जो अपने कोमल एवं दक्ष हाथों से एक छात्र की किस्मत ढालता है और समाज को शिक्षकों की प्रतिभा एवं विद्वता को देखना चाहिए एवं मान्यता देनी चाहिए.
इनपुट: भाषा