ऑल इंडिया एग्रीकल्चरल स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AIASA) ने एग्रीकल्चर के फील्ड में पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स को बेहतर रोजगार न मिलने के कारण सितंबर और अक्टूबर के महीने में व्यापक आंदोलन करने की घोषणा की है.
एसोसिएशन ने 20 अगस्त को इससे संबंधित एक मेमोरेंडम प्रधानमंत्री को सौंपा था. एसोसिएशन के प्रेजिडेंट सुधीर कुमार ने कहा है कि अगर उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है तो एग्रीकल्चर के फील्ड में पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स के साथ वो देश भर में व्यापक प्रदर्शन करेंगे.
सुधीर का कहना है कि भारत जैसे देश में जहां 60 फीसदी से ज्यादा आबादी का रोजगार कृषि पर निर्भर हो, वहां इंडियन एग्रीकल्चर सर्विस का न होना, इस फील्ड में पढ़ाई कर रहे उम्मीदवारों के लिए असहनीय है. वहीं, इन्होंने कहा कि जहां साइंस और आर्ट्स के ब्रांचेज में पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स को अच्छी फेलोशिप दी जाती है, वहीं साइंस के अंतर्गत ही आनेवाली इस फील्ड के स्टूडेंट्स के साथ भेदभाव किया जाता है. यहां तक की फेलोशिप में मिलने वाली राशि भी दूसरे फील्ड्स की अपेक्षा कम होती है.
सुधीर ने आगे कहा कि कोई भी राजनीतिक पार्टी उनके मुद्दे पर ठीक से ध्यान नहीं दे रही है. इन्होंने कहा कि 'किसान चैनल' को अच्छा और लोकप्रिय बनाने के लिए एग्रीकल्चर के फील्ड के स्टूडेंट्स की जरूरत थी लेकिन यहां भी स्टूडेंट्स की भर्ती बड़े ही नगण्य पैमाने पर की गई.
21 अप्रैल को इस साल स्टूडेंट्स ने 'ब्लैक डे' घोषित किया था. यहीं नहीं, AIASA का कहना है कि वे देश भर के पुराने और नए एग्रीकल्चरल स्टूडेंट्स को आगे इकट्ठा करेंगे और सरकार के सामने व्यापक रूप से अपनी मांगो को रखेंगे.