मध्यप्रदेश सरकार ने चिकित्सा पाठ्यक्रम हिन्दी में तैयार करने की तैयारी के बाद अब इंजीनियरिंग कॉलेजों में अगले शिक्षण सत्र से प्रश्न पत्र अंग्रेजी के साथ ही हिन्दी में भी हल करने की सुविधा स्टूडेंट्स को मिलेगी.
जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राजीव गाaधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से जुड़े इंजीनियरिंग कॉलेजों में अगले शैक्षणिक सत्र से प्रश्न पत्र अंग्रेजी के साथ ही हिन्दी में भी आयोजित किए जाएंगे. विद्यार्थी अपनी इच्छानुसार अंग्रेजी अथवा हिन्दी में जवाब दे सकेगा.
उन्होंने बताया कि प्रदेश के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में ‘च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम’ (सीबीसीएस) पर निजी विश्वविद्यालयों की बैठक में कही.
गुप्ता ने कहा कि सभी निजी विश्वविद्यालय सीबीसीएस लागू करने पर विचार करें. उन्होंने कहा कि सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालय एक दूसरे के अच्छे कार्यों को साझा करें। उन्होंने ई-थीसिस अथवा डिजर्टेशन सबमिशन सिस्टम का भी शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि पुराने शोध पत्र भी वेबसाइट पर अपलोड करें.
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीयूष त्रिवेदी ने बताया कि सीबीसीएस प्रणाली से छात्र अपनी प्रतिभा एवं अकादमिक क्षमता के अनुसार विषयों का चयन अपनी मर्जी से कर सकते हैं.
इनपुट: भाषा