केंद्र जल्द ऐसे 10 उच्च शिक्षण संस्थानों का सिलेक्शन करेगा, जिनमें एजुकेशन की टॉप 100 ग्लोबल रैंकिंग में शामिल हो सकेंगे.
केंद्र इन संस्थानों को फाइनेंशियल सपोर्ट भी करेगा. एचआरडी मिनिस्ट्री ने अब तक 8 से 10 संस्थानों की सूची तैयारी की है, जो वर्तमान में ग्लोबल रैंकिंग में 500 संस्थानों में शामिल हैं और इनमें बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता है.
इन संस्थानों में वर्ल्ड क्लास रिसर्च इन्फ्रास्ट्रक्चर और लेबोरेटरीज तैयार करवाने के लिए अगले तीन-चार साल तक 100 से 500 करोड़ रुपये तक उपलब्ध कराए जाएंगे.
भारतीय संस्थान, जिन्होंने 2013, 2014 और 2015 में लगातार अपनी रैंकिंग और प्रदर्शन में सुधार किया है, उनमें आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी कानपुर, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी मद्रास, आईआईटी रुड़की, आईआईटी गुवाहाटी, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु शामिल हैं.
अब तक भारतीय संस्थान टॉप 100 और टॉप 200 की इंटरनेशनल रैंकिंग में शामिल नहीं है. लेकिन इस साल आईआईटी दिल्ली और आईआईएससी बंगलुरू ने QS की टॉप 200 की सूची में अपनी जगह बनाई है.