सीबीएसई के 12वीं के नतीजे घोषित हो गए हैं. 12वीं कक्षा के बेहतर नतीजों के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के कट-ऑफ में इजाफा तय है. शिक्षकों का भी यही मानना है कि इस बार कट-ऑफ ऊंची जा सकती है.
दरअसल, इस साल सीबीएसई 12वीं रिजल्ट में 90 पर्सेंट से ज्यादा मार्क्स पाने वाले छात्रों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है. ऐसे में इसका असर डीयू की कट-ऑफ पर पड़ना तय है. इस साल सीबीएसई में 90 फीसदी से ज्यादा मार्क्स पाने वालों की संख्या बढकर 44 हजार 676 हो गई है, जबकि पिछले साल ये संख्या 32 हजार 662 थी. इसके अलावा इस बार कुल 7231 छात्रों ने 95 फीसदी से ज्यादा मार्क्स हासिल किये हैं, जबकि पिछले साल यह संख्या करीब साढे 4 हजार थी.
गुरप्रीत टुटेजा, डिप्टी डीन, स्टूडेंट वेलफेयर कहते हैं, 'जो रिजल्ट है जो रिस्पांस उससे तो लगता है कट-ऑफ में बढोत्तरी होगी.' इस बार एडमिशन फॉर्म में कॉलेज चुनने का ऑप्शन नहीं होगा. इसका असर यह होगा कि डीयू कॉलेज अंदाजा नहीं लगा पाएंगे कि उनके यहां कितने छात्रों ने आवेदन किया है. यानी ऐसे में कॉलेजों को कट-ऑफ भी अंदाजा लगाकर ही निकालनी पड़ेगी. गौरतलब है कि डीयू में करीब 55 हजार सीटों के लिए एडमिशन के लिए फॉर्म 5 जून से मिलेंगे.
सीबीएसई रिजल्ट के बाद ओपन सेशन में उमड़ी भीड़ ने जता दिया किया कि ज्यादातर छात्रों की पहली पसंद डीयू ही है, लेकिन सीबीएसई के बेहतर रिजल्ट के बाद कट-ऑफ में इजाफा भी तय है. ऐसे में एडमिशन के लिए छात्रों की चिंता बढ गई है. सीबीएसई रिजल्ट के बाद डीयू ओपन डेज में हजारों छात्र एडमिशन के जुड़े सवालों के जवाब पाने कैंपस पहुंचे. यहां अधिकांश छात्रों के मन में कट-ऑफ को लेकर सवाल थे.