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अंतिम उड़ान के साथ इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा बोइंग 747 विमान

विश्व का सर्वाधिक पहचाना जाने वाला बोइंग 747 वायुयान अगले हफ्ते यानी मंगलवार को अपनी आखिरी उड़ान भरने के साथ ही इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा. पढ़ें पूरी खबर...

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बोइंग-747
बोइंग-747

विश्व का सर्वाधिक पहचाना जाने वाला बोइंग-747 वायुयान अगले हफ्ते यानी मंगलवार को अपनी आखिरी उड़ान भरने के साथ ही इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा. अमेरिकी बोइंग-747 विमान एक विशाल व्यावसायिक विमान है, जिसे जंबो जेट के नाम से जाना जाता है. बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपतियों का ये पसंदीदा विमान माना जाता है.

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अपनी शुरुआत के करीब 50 साल बाद, 747 डेल्टा एयर लाइन्स Seoul-to-Detroit मार्ग से उड़ान भरेगा. बोइंग-747 की आखिरी उड़ान पर प्रमुख कंपनी इतिहासकार माइकल ने कहा कि इस मौके पर "सभी के लिए उड़ान उपलब्ध कराई गई" है. बोइंग-747 एक ऐसा विमान हैं, जिसने दुनिया को पंख दिया है.

वहीं एयरोस्पेस कंसल्टेंट Michel माइकल मेरलूज्यू ने कहा कि इस विमान ने यात्रा की तस्वीर बदल दी है, आप 24 घंटों से कम समय में सिंगापुर से लंदन जा सकते हैं.

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बता दें, बोइंग-747 की आखिर उड़ाने के चलते टिकट कीमतों में बढ़ोतरी की गई है.

जंबो जेट के बारे में खास बातें...

- वॉशिंगटन में स्मिथसोनियन संस्थान में राष्ट्रीय वायु और अंतरिक्ष संग्रहालय में एयरोनॉटिक्स विभाग के क्यूरेटर बॉब वान डर लिंडेन ने कहा कि 747 विमान उड़ान के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि ये विमान आर्थिक शक्ति को दर्शाता है.

- जंबो जेट के नाम से फेमस इस विमान में एक साथ 600 यात्री यात्रा कर सकते हैं.

- 1960 के दशक में जब हवाई यात्रा बढ़ रही थी, तब 747 के बारे में सोचा गया था. बोइंग 707 और डगलस डीसी-8 की अपार लोकप्रियता की अगुआई में, व्यावसायिक जेट परिवहन युग ने लंबी-दूरी की यात्रा में क्रांति ला दी थी. सीएक्स-एचएलएस (CX-HLS) का अनुबंध खो देने से भी पहले, बोइंग पर इसके सर्वाधिक महत्वपूर्ण एयरलाइन ग्राहक, पैन अमेरिकन वर्ल्ड एयरवेज (पैनऐम) के अध्यक्ष जुआन ट्रिपे ने 707 के दोगुने आकार का यात्री विमान बनाने के लिए दबाव डाला था. इस दौरान हवाई अड्डों पर भीड़ की स्थिति को, अपेक्षाकृत छोटे विमानों द्वारा ले जाये जाने वाले यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी ने हालात बदतर कर दिए थे. इस समस्या को देख कर ट्रिपे ने सोचा था कि एक बड़ा नया विमान ही इसका समाधान हो सकता था.

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- बोइंग मूल रूप से एक डबल डेकर विमान माना जाता था, लेकिन कंपनियों ने निष्कर्ष निकाला कि आपातकाल स्थिति में अगर विमान में चौड़े गलियारों को डिजाइन नहीं होता तो इस मामले में यात्रियों को खाली करना मुश्किल हो सकता है.

- साल 1965 में एक नए विमान, जिसे पहले ही मॉडल संख्या 747 दे दी गई थी, लेकिन अध्ययन के प्रबंधन हेतु बोइंग 737 के विकास दल से जो सटर (Joe Sutter) का स्थानांतरण किया गया. सटर ने पैन एम और अन्य एयरलाइनों के साथ, उनकी आवश्यकताओं को बेहतर ढंग से समझने के लिए, एक डिजाइन अध्ययन आरंभ किया.

- Flightglobal Ascend के अनुसार, साल 1969 की फरवरी में बोइंग 747 की शुरुआत की गई थी. इसकी शुरुआत के बाद से, 747 के  1500 डिवीजन दिए गए हैं और 500 अभी भी सेवा में हैं.

भारत में बोइंग 747 जेट

भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री बोइंग-747 जेट विमानों का इस्तेमाल करते हैं. इस पर एयर इंडिया वन लिखा रहता है. प्रधानमंत्री विदेश दौरे के लिए बोइंग-747 जेट विमानों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन देश के भीतर कहीं आने-जाने के लिए एयरफोर्स के स्पेशल विमान का इस्तेमाल करते हैं.

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