आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 12वीं के छात्र ने ऐसा अविष्कार किया है, जो दृष्टिहीनों के लिए वरदान साबित हुआ.
दरअसल 12वीं के छात्र ने दृष्टिहीनों के लिए एक ऐसा उपकरण बनाया है,
जो उनको न केवल पढ़ने में मदद करेगा बल्कि सड़क पर चलने के दौरान आसपास की आवाजों को साउंड पर बदल कर उस वस्तु की तस्वीर दिमाग में बना देगा.
ये कारनामा 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले 16 वर्षीय गुरसिमरन सिंह ने कर दिखाया.
जहां इस छात्र ने एक चश्में का अविष्कार किया है. जिसका नाम 'आईस्क्राइब' है.
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'आईस्क्राइब' चश्मे की खासियत है कि अगर दृष्टिहीन व्यक्ति कुछ पढ़ना चाहें तो यह चश्मा ऑडियो में सब सुना देगा. गुरसिमरन का कहना है कि 'मैंने चश्मे जैसा एक उपकरण बनाया है जिसका नाम 'आईस्क्राइब' है. यह दृष्टिहीन लोगों की पढ़ने में मदद करेगा. चाहे लिखे हुए शब्द किसी भी भाषा में क्यों न हों.
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साथ ही चश्में में एक माइक्रो प्रोसेसर लगा हुआ है जो वैज्ञानिक सिद्धांत 'बाइनोरल बीट' के अनुसार आसपास की सभी तरह की आवाज को एक ध्वनि में तब्दील कर देता है.
उनके इस अविष्कार के चलते वह 5 मई को अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में सामुदायिक सेवा पर केंद्रित 'Prudential Spirit of Community Awards Global Ceremonies' में हिस्सा लेने जाएंगे. जहां इस कार्यक्रम 20 अलग-अलग देश के लोग हिस्सा लेंगे. वहीं गुरसिमरन का कहना है कि वह अब एक ऐसे उपकरण पर काम कर रहे हैं जो बोलने में अक्षम लोगों की मदद कर सके.