
कारपेंटर की बेटी ने पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित दसवीं के परिणाम में पूरे राज्य में पहला स्थान हासिल करके अपने अभिभावकों सहित सीमावर्ती जिले का नाम रोशन किया है. नैंसी रानी पुत्री रामकृष्ण ने बताया कि उसने कभी सोचा भी ना था कि वह पूरे राज्य में पहले स्थान पर आएगी.
नैन्सी ने 643 अंक हासिल किए हैं. नैंसी सरकारी स्कूल सतिये वाला की पढ़ती है. 15 वर्षीय नैंसी की माता संदीप घर में कपड़े सिलने का काम करती है जबकि दादा बाऊ राम ईंटो के भट्टे पर मजदूरी करते हैं. जैसे ही नैंसी के पूरे पंजाब में पहले स्थान पर आने की खबर आई तो परिवार में बधाई देने वालों का तांता लग गया.
नैंसी की प्रिंसिपल प्रवीण ने बताया कि नैंसी शुरुआती दौर से ही स्कूल की होनहार छात्रा है. नैंसी ने आठवीं कक्षा में नेशनल मींस कम मेरिट स्कॉलरशिप में भी जिले में तीसरा स्थान हासिल किया था और हर बार क्लास में पहले दर्जे पर आती थी. नैंसी ने बताया कि 24 घंटे में वह सिर्फ 3 से 4 घंटे ही आराम करती थी जबकि पूरा समय पढ़ने में लगाती थी.

मन में अध्यापक बनने का सपना संजोए नैंसी मैथ और इंग्लिश की अध्यापिका बनकर राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाना चाहती है. नैंसी का बड़ा भाई साहिल 12वीं क्लास में पढ़ता है और छोटा भाई धीरज आठवीं का विद्यार्थी है. नैंसी की सफलता की जैसे ही सूचना मिली तो उसकी माता संदीप की आंखों से खुशी के आंसू छलक उठे. संदीप ने बताया कि उसकी बेटी गृह कार्य के साथ-साथ उसके कपड़े सिलने के कार्य में भी उसकी मदद करती थी. नैंसी ने घर में दर्जनों की संख्या में मोमेंटो और मेडल एकत्रित कर रखे हैं. (रिपोर्ट: अक्षय गल्होत्रा)