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क्यों पत्नी के घर जाते ही किताबों की अलमारी खोल कर बैठ जाते थे इरफान?

क्यों पत्नी के घर जाते ही किताबों की अलमारी खोल कर बैठ जाते थे इरफान?
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एक्टर इरफान खान का निधन 54 साल की उम्र में हो गया. उन्होंने अपने एक्टिंग के करियर की शुरुआत दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) से की थी. यहां पर उनकी मुलाकात उनकी  पत्नी सुदपा से भी हुई थी. आइए जानते हैं दोनों के NSD  के दिलचस्प किस्सों के बारे में.
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सुतपा  सिकदर और इरफान दोनों NSD में एक ही बैच में साथ में पढ़ते थे. जहां इरफान जयपुर से दिल्ली आए थे वहीं सुतपा दिल्ली की रहने वाली हैं.

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दोनों के दोस्त कॉमन थे, ऐसे में नाटक, रिहर्सल, स्क्रिप्ट रीडिंग के बाद खाना-पीना और मस्ती भी साथ में होती थी.
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एक  टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में सुतपा ने बताया, "हम सभी साथ में पढ़ते थे, ऐसे में मस्ती मजाक आम बात होती थी. क्लास खत्म होने बाद अक्सर हम सभी दोस्त परांठे खाने जाते थे, मस्ती करते थे, लेकिन इरफान को हमेशा ये समय ही बर्बादी  लगती थी."


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"उन्हें ये सारी चीजें बेकार की लगती थी. उनके हाथ में हर वक्त किताब और नाटक की स्क्रिप्ट होती थी. मुझे आज भी अपना कोई ऐसे क्लासमेट याद नहीं है जिसके हाथ में इतनी स्क्रिप्ट और किताबें रहती थी."

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सुतपा ने बताया,  "मैं दिल्ली से हूं,  ऐसे में मेरी मां सबको लंच पर बुलाया करती थी. मेरी पूरी क्लास मेरे घर आया करती थी, जिसमें इरफान भी शामिल थे. घर में हम सभी दोस्त खूब मस्ती किया करते थे."

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वहीं  इरफान जैसे ही हमारे घर के अंदर आते, वह सबसे पहले मेरे भाई की किताबों की अलमारी खोलते और पढ़ने बैठ जाते और घंटों तक वहीं बैठ कर पढ़ते रहते.
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मेरी मां मुझे अक्सर कहा करती थी, 'अरे बेटा उस लड़के को भी बुला लो, वह जब से आया है वहीं बैठा हुआ है".  लेकिन इरफान वहीं अलमारी के पास  बैठकर मेरे भाई की तमाम किताबें पढ़ा करते थे.

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सुतपा ने बताया, इरफान जिस बैकग्राउंड से आते थे वहां इतनी सुविधा नहीं थी. ऐसे में जब इरफानवह किताबें या ज्ञान प्राप्त करने की कोई चीज देखते तो वह उन्हें पढ़ने के लिए लपक पड़ते थे.

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सुतपा  ने बताया,  "मुझे उनमें कुछ नया सीखने और समझने की भूख दिखाई देती थी.  चीजों को सीखने की उनकी भूख ऐसी थी मानो सब कुछ निचोड़ लूं. कम टाइम में जितना सोख सकता हूं सोख लूं. सुतपा ने बताया, मैंने ऐसा महसूस किया था कि इरफान को लगता था कि उनके पास  कम समय हैं."


(इरफान खान NSD के दौरान अपने दोस्तों के साथ, बीच में जो लड़की कुर्ते में बैठी हैं वह उनकी सुतपा हैं)


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इरफान के दोस्त तिग्मांशु धूलिया ने बताया था, NSD के दौरान उनकी गिनती अच्छे एक्टर में नहीं होती थी.  वहीं पत्नी सुतपा ने बताया था, "सब लोग इरफान के बारे में सोचते थे कि ये  कैसा दिखता है,  कैसे नाटक करता था. वहीं NSD में हमारा एक दोस्त काफी स्मार्ट और सुंदर था. जो मध्य प्रदेश से आया था. उसे नाटक में मुख्य  रोल भी दिए जाते थे. ऐसे में सभी को लगता था ये हैं वो लड़का जो इस बैच से निकलर आगे जाएगा.  लेकिन किसे पता था एक दिन इरफान खान अपनी आंखो से कलाकारी कर दुनिया पर छा जाएंगे."
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