अमित ने बताया मैं नहीं जानता था कि मुझे क्या
करना है, जिसके बाद मैंने इंजीनियरिंग ले ली. मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता था. परीक्षा में मैं सिर्फ पास हो जाता था.
उन्होंने कहा यूं तो इंजीनियरिंग में बैक आ
जाना आम बात है, लेकिन जब मेरी बैक आई तो
मुझे अच्छा नहीं लगा. चारों तरफ मेरा मजाक बनने
लगा. वहीं घर पर जब इस बारे में मालूम चला तो
किरकिरी होने लगी थी. मेरे पापा ने मुझसे सारी
उम्मीदें छोड़ दी थी. मुझे याद है जब मैं घर आता
था तो मुझसे मुंह फेर लेते थे और बात करने से
बचते थे.